Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Sawan Pradosh Vrat 2023: 14 या 15 जुलाई कब है सावन का प्रथम प्रदोष व्रत? जानिए तिथि और समय

    By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo Mishra
    Updated: Thu, 13 Jul 2023 05:03 PM (IST)

    Shani Pradosh Vrat 2023 श्रावण मास में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व है। बता दें कि सावन मास का प्रथम प्रदोष व्रत शनि प्रदोष व्रत के रूप में रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं आइए जानते हैं कब रखा जाएगा सावन का प्रथम प्रदोष व्रत।

    Hero Image
    Sawan Pradosh Vrat 2023: कब रखा जाएगा सावन का प्रथम प्रदोष व्रत?

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Sawan Pradosh Vrat 2023: वैदिक पंचांग के अनुसार, सावन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन सावन का प्रथम प्रदोष व्रत रखा जाएगा। इस विशेष दिन पर भगवान शिव की उपासना का बहुत महत्व है। मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बता दें कि श्रावण कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 14 जुलाई से शुरू होगी और इसका समापन 15 जुलाई को होगा। ऐसे में लोगों के मन में यह प्रश्न उठ रहा है कि सावन का प्रथम प्रदोष व्रत कब रखा जाएगा? आइए आचार्य श्याम चंद्र मिश्र जी से जानते हैं 14 या 15 जुलाई, किस दिन रखा जाएगा प्रदोष व्रत?

    शनि प्रदोष व्रत 2023 तिथि और मुहूर्त (Shani Pradosh Vrat 2023 Shubh Muhurat)

    आचार्य मिश्र बताते हैं कि सावन मास के शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि 14 जुलाई को शाम 07:08 से प्रारंभ होगी और इस तिथि का समापन 15 जुलाई रात्रि 08:33 पर होगा। ऐसे में प्रदोष काल 15 जुलाई 2023, शनिवार को मान्य होने के कारण, सावन का प्रथम प्रदोष व्रत इसी दिन रखा जाएगा।

    शनि प्रदोष व्रत 2023 उपाय (Shani Pradosh Vrat Upay)

    • शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की उपासना अक्षत, चंदन, बेलपत्र, दूध और गंगाजल से करने से महादेव की कृपा साधक पर बनी रहती है। साथ ही उनकी मनोकामना पूर्ण हो जाती है।

  • शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव के साथ शनि देव की उपासना का भी विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शिव का जलाभिषेक के साथ शनि देव को सरसों का तेल अर्पित करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।

  • सावन के प्रथम प्रदोष व्रत के दिन शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ जरूर करें। ऐसा करने से भगवान शिव अपने भक्तों की मनोकामना पूर्ण कर देते हैं।

  • डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

    comedy show banner
    comedy show banner

    अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

    हिन्दू पंचांग के अनुसार, सावन मास का प्रथम प्रदोष व्रत 15 जुलाई 2023, शनिवार के रखा जाएगा।

    धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और शनि देव की उपासना करने से जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

    सावन का महीना भगवान शिव की उपासना के लिए जाना जाता है। ऐसे में सावन में प्रदोष व्रत रखने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।