Move to Jagran APP

Sawan 2024: सावन सोमवार पर भगवान शिव को लगाएं इन खास चीजों का भोग, जीवन में आएगी शुभता

सावन की शुरुआत आषाढ़ पूर्णिमा के बाद होगी। इस मास में सोमवार व्रत मंगला गौरी व्रत और सावन शिवरात्रि जैसे बड़े पर्व मनाए जाते हैं। इस साल सावन का महीना 22 जुलाई 2024 दिन सोमवार से शुरू होगा। ऐसा माना जाता है कि इस समय शिव पूजन करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Mon, 24 Jun 2024 09:23 AM (IST)
Hero Image
Sawan 2024: सावन सोमवार शिव जी भोग -

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सावन का महीना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दौरान लोग भगवान शिव की पूजा करते हैं। इस साल सावन मास की शुरुआत आषाढ़ पूर्णिमा के बाद होगी, जो कि बेहद शुभ माना जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल सावन का महीना 22 जुलाई दिन सोमवार से शुरू होगा, जिस वजह से यह अपने आप में अद्भुत है। ऐसा माना जाता है, जो शिव भक्त भोलेनाथ की पूजा सच्चे दिल से करते हैं उन्हें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

इसके साथ ही मनोवांक्षित इच्छाएं पूर्ण होती हैं। वहीं, जब शिव जी को यह माह इतना प्रिय है, तो आइए उनके प्रिय भोग के बारे में भी जानते हैं, जिसे अर्पित करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है।

खीर का भोग लगाएं

सावन माह में शिव जी को खीर का भोग जरूर लगाएं, क्योंकि खीर उन्हें अति प्रिय है। ऐसा माना जाता है कि सावन सोमवार के दिन चावल की खीर का भोग लगाने से कुंडली से चंद्र दोष समाप्त होता है, जिसके चलते मानसिक तनाव से सदैव के लिए मुक्ति मिलती है।

ऋतुफल का भोग लगाएं

सावन माह में भोलेनाथ को 5 प्रकार के ऋतुफल चढ़ाना अति शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है उन्हें ऋतुफल चढ़ाने से संतान से जुड़ी सभी मुश्किलों का अंत होता है। साथ ही आर्थिक लाभ होता है।

इस दिन से शुरू होंगे सावन

हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन मास की शुरुआत सोमवार, 22 जुलाई से होगी। वहीं, सावन के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 21 जुलाई, 2024 दिन रविवार को दोपहर 03 बजकर 46 मिनट पर शुरू होगी। उदयातिथि को देखते हुए 22 जुलाई को सावन शुरू होगा।

यह भी पढ़ें: Kali Chalisa: सोमवार को पूजा के समय जरूर करें इस चालीसा का पाठ, पूरी होगी मनचाही मुराद

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।