Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Sawan 2023: भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए सावन में रोज करें महामृत्‍युंजय मंत्र का जप, बरतें ये सावधानियां

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Sun, 09 Jul 2023 11:25 AM (IST)

    Sawan 2023 सनातन धर्म में सावन के महीने को बहुत ही पवित्र माना गया है। इस माह में शिव की अराधना करने से वह जल्दी प्रसन्न होते हैं। हिंदू धर्म में महामृत्‍युंजय मंत्र के रोजाना जप के कई लाभ बताए गए हैं। अगर रोजाना इसका जप नहीं कर सकते तो सावन के महीने में इस मंत्र का जप जरूर करें। इससे व्यक्ति को कई फायदे मिलते हैं।

    Hero Image
    Mahamrityunjaya Mantra in Sawan सावन में रोज करें महामृत्‍युंजय मंत्र का जप।

    नई दिल्ली, अध्यात्म। Sawan 2023: इस वर्ष यानी 2023 में सावन का महीना और भी विशेष होने वाला है क्योंकि 19 वर्षों बाद सावन मास और पुरुषोत्तम मास एक साथ आ रहे हैं। ऐसे में अगर आप सावन के इस पूरे महीने में महामृत्‍युंजय मंत्र का जप करते हैं तो भगवान शिव की आपके ऊपर विशेष कृपा बरसती है। आइए जानते हैं कि इस मंत्र के जप के क्या लाभ हैं। साथ ही जप के समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सावन में जप करने के लाभ

    शिवपुराण में बताया गया है कि सावन के महीने में महामृत्‍युंजय मंत्र का प्रभाव और बढ़ जाता है। शास्त्रों में महामृत्‍युंजय मंत्र की महिमा का वर्ण करते हुए बताया गया है कि महामृत्‍युंजय मंत्र का जप करने से अकाल मृत्यु टल जाती है। साथ ही आरोग्य की प्राप्ति होती है। इस मंत्र का जप व्यक्ति को जाने-अनजाने में किए गए समस्त पापों से मुक्ति दिलाता है।

    महामृत्‍युंजय मंत्र का अर्थ

    ऊं त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।

    उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

    अर्थ- इस पूरे संसार के पालनहार, तीन नेत्र वाले भगवान शिव की हम पूजा करते हैं। इस पूरे विश्‍व में सुरभि अर्थात खुशबू फैलाने वाले भगवान शंकर हमें मृत्‍यु के बंधनों से मुक्ति प्रदान करें, जिससे कि मोक्ष की प्राप्ति हो जाए।

    ये सावधानियां हैं जरूरी

    जो भी मंत्र जपना हो उसका जप उच्चारण की शुद्धता से करें। रुद्राक्ष की माला पर ही जाप करें। महामृत्यु जाप के दौरान शिव जी की प्रतिमा, तस्वीर, शिवलिंग या महामृत्यु यंत्र को पास रखना जरूरी है। महामृत्युंजय हमेशा आसन पर बैठकर करना चाहिए। जप करते समय आपका मुख पूर्व दिशा में होना चाहिए। साथ ही इस मंत्र का जाप एक निर्धारित जगह में ही करें। रोज अपनी जगह न बदलें।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

    comedy show banner
    comedy show banner