Sarva Pitru Amavasya पर जरूर रखें इन बातों का ध्यान, ताकि बनी रहे पितरों की कृपा
इस बार पितृ पक्ष के अंतिम दिन यानी सर्वपितृ अमावस्या पर सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2025) लगने जा रहा है जो भारत में दिखाई नहीं देगा। माना जाता है कि इस दिन पर पितरों का श्राद्ध करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है। ऐसे में आपको पितरों की कृपा प्राप्ति के लिए इस दिन पर कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सर्वपितृ अमावस्या (Sarva Pitru Amavasya 2025) 21 सितंबर को मनाई जाएगी। जिन मृतक परिजनों की मृत्यु अमावस्या, पूर्णिमा या चतुर्दशी तिथि को हुई हो या फिर जिनकी मृत्यु तिथि पता न हो, तो उनका श्राद्ध सर्वपितृ अमावस्या के दिन किया जाता है।
यह मान्यता है कि इस तिथि पर पितृ, पितृ लोक को लौट जाते हैं, इसलिए इसे पितरों की विदाई का समय भी माना जाता है। ऐसे में आपको इस दिन पर कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए, ताकि आपको पितरों की नारागजी न झेलनी पडे़।
न करें ये काम
सर्वपितृ अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण का साया भी रहने वाला है। ऐसे में इस दिन पर तुलसी पूजा करना शुभ नहीं माना गया। इस दिन आपको तुलसी में जल अर्पित करने, पत्ते तोड़ने या फिर तुलसी को स्पर्श करने से बचना चाहिए। ऐसा करने पर साधक को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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भूलकर भी न करें ये काम
सर्वपितृ अमावस्या के दिन तामसिक भोजन या शराब आदि का सेवन से बचना चाहिए। वरना आपको पितरों की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। इसी के साथ अमावस्या पर बाल और नाखून काटने की भी मनाही होती है। ऐसे में सर्वपितृ अमावस्या के दिन इन नियमों का ध्यान जरूर रखें।
न जाएं इन स्थानों पर
सर्वपितृ अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण होने के कारण इस दिन वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा होगी। ऐसे में आपको इस दिन पर किसी तरह के नकारात्मक जगह जैसे श्मशान घाट या किसी सुनसान जगह पर जाने से बचना चाहिए। इस नियम का पालन विशेषकर गर्भवती महिलाओं को करना चाहिए।
रखें इन बातों का ध्यान
भले ही सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए। इस दिन पर गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर जाने से बचना चाहिए। इसके साथ ही किसी भी तरह की कोई नुकीली चीज का प्रयोग भी न करें।
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