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    Rang Panchami 2024: बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया रंग पंचमी का त्योहार, यहां देखें तस्वीरें

    Updated: Sat, 30 Mar 2024 04:13 PM (IST)

    कई राज्यों में चैत्र माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली पंचमी तिथि पर रंग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस त्योहार को भी होली की तरह ही रंगों से मनाया जाता है। रंग पंचमी के दिन मुख्य रूप से देवी-देवताओं को रंग-गुलाल अर्पित किया जाता है। ऐसा करना बहुत ही शुभ माना गया है। ऐसे में देखते हैं रंग पंचमी की कुछ तस्वीरें।

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    Rang Panchami 2024: यहां देखें रंग पंचमी की तस्वीरें।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Rang Panchami 2024 Photos: मुख्य रूप से रंग पंचमी का पर्व होली के पांच दिन बाद मनाया जाता है। ऐसे में इस बार रंग पंचमी 30 मार्च, शनिवार के दिन मनाई जा रही है। भारत के कई हिस्सों जैसे मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात आदि में यह पर्व मुख्य रूप से मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन देवी-देवता स्वयं पृथ्वीलोक पर आकर रंग खेलते हैं, इसलिए इस दिन को बहुत ही शुभ माना जाता है।

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    क्यों मनाई जाती है रंग पंचमी

    पौराणिक कथा के अनुसार, देवी सती के आत्मदाह करने के बाद, शिव जी ध्यान में लीन हो गए। तब कामदेव ने शिव जी को ध्यान से जगाने का प्रयास किया। जिस कारण शिव जी बहुत क्रोधित हो गए और उन्होंने कामदेव को भस्म कर दिया।

    लेकिन बाद में कामदेव की पत्नी रति और अन्य देवताओं के समझाने के बाद, शिव जी ने कामदेव को पुनर्जीवित करने का आश्वासन दिया। जिससे सभी देवी-देवताओं में खुशी का माहौल छा गया और इस दिन सभी ने मिलकर रंगोत्सव मनाया। तभी से रंग पंचमी मनाने की परंपरा चली आ रही है।

    यह भी है मान्यता

    वहीं कई मान्यताओं के अनुसार, यह भी माना जाता है कि इस तिथि पर द्वापर युग में श्री कृष्ण और राधा रानी ने एक-दूसरे के साथ रंगोत्सव मनाया था। इसलिए रंग पंचमी पर राधा-कृष्ण जी की साथ में पूजा करने का विशेष महत्व माना गया है।

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    क्या है मान्यता

    रंग पंचमी पर मुख्य रूप से राधा-कृष्ण जी की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही अपने-अपने आराध्य देव को भी रंग अर्पित किया जाता है। इस दिन हवा में रंग उड़ाने की परंपरा है। माना जाता है कि जिस भी व्यक्ति पर यह रंग आकार गिरता है उस पर देवी-देवताओं की विशेष कृपा बनी रहती है।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'