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    Raksha Bandhan 2025: जरूर जान लें रक्षाबंधन के नियम और उपाय, जीवन में नहीं आएगी कोई बाधा

    Updated: Sat, 09 Aug 2025 07:58 AM (IST)

    हिंदू धर्म में रक्षाबंधन को एक बेहद पवित्र और भावनात्मक पर्व माना गया है। यह दिन भाई-बहन के रिश्ते की मिठास प्यार और सुरक्षा के वादे को सजीव करता है। हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला यह पर्व आज यानी 9 अगस्त को पूरे देश में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। चलिए जानते हैं इस पर्व के कुछ जरूरी नियम और उपाय।

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    Raksha Bandhan 2025: जानें रक्षाबंधन के नियम और उपाय।

    दिव्या गौतम, एस्ट्रोपत्री। जैसे-जैसे रक्षाबंधन करीब आता है, बाजार रंग-बिरंगी राखियों, मिठाइयों और उपहारों से सजने लगते हैं। बहनें अपने भाइयों के लिए सुंदर राखियां चुनती हैं, और भाई भी अपनी बहनों के लिए खास तोहफों की तैयारी करते हैं।

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    इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा-सूत्र (राखी) बांधती हैं, तिलक करती हैं, मिठाई खिलाती हैं और उनके सुखद भविष्य की कामना करती हैं। बदले में भाई जीवनभर उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।

    राखी बांधने के नियम

    राखी में तीन गांठें: आस्था और सुरक्षा का प्रतीक

    • राखी बांधते समय उसमें तीन गांठें लगाने की परंपरा है, जिसके पीछे गहरा आध्यात्मिक भाव जुड़ा होता है।
    • पहली गांठ ब्रह्मा जी को समर्पित होती है, जो सृष्टि के रचयिता माने जाते हैं। यह गांठ जीवन की शुभ शुरुआत और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक मानी जाती है।
    • दूसरी गांठ भगवान विष्णु को समर्पित होती है, जो पालन करने वाले देवता हैं। यह जीवन में संतुलन और स्थिरता लाती है।
    • तीसरी गांठ शिवजी को समर्पित मानी जाती है, जो बुराई का अंत और मोक्ष के मार्गदर्शक हैं। यह गांठ जीवन में बुरी शक्तियों से रक्षा और गलत कर्मों से बचाव का संकेत देती है।
    • इन तीनों गांठों के साथ राखी केवल एक धागा नहीं रहती, बल्कि एक दिव्य आशीर्वाद और सुरक्षा कवच बन जाती है।

    राखी बांधते समय दिशा का रखें ध्यान 

    • रक्षाबंधन के दिन राखी बांधते समय दिशा का ध्यान रखना भी शुभ माना गया है।
    • भाई का मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
    • बहन का मुख पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए।
    • ऐसा करने से दोनों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है और रिश्ते में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

    रक्षा-सूत्र बांधते समय यह मंत्र पढ़ें -

    "येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः।

    तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि, रक्षे माचल माचलः।।"

    इस मंत्र का अर्थ है जिस पवित्र रक्षा-सूत्र से महाबली राजा बलि की रक्षा की गई थी, उसी से मैं तुम्हारी रक्षा के लिए यह धागा बांधती हूं। यह धागा तुम्हें हर संकट से बचाए और हमेशा सुरक्षित रखे।

    रक्षाबंधन के दिन करें ये उपाय

    आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए

    रक्षाबंधन की सुबह पूजा की थाली में राखी के साथ एक चांदी या एक रुपये का सिक्का रखें। पहले भगवान गणेश को राखी बांधें, फिर सिक्का मंदिर में रख दें। अगले दिन वही सिक्का लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें। इससे धन की बढ़ोतरी और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।

    जीवन में तरक्की पाने के लिए

    रक्षाबंधन पर सबसे पहले भगवान शिव का दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से अभिषेक करें। फिर शिवजी को राखी बांधें और विधिपूर्वक पूजा करें। यह उपाय जीवन में तरक्की और सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है।

    सुख-शांति और समृद्धि के लिए

    सुबह स्नान कर लक्ष्मी माता और गणेश जी की पूजा करें। फिर 'ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः' और 'ॐ गण गणपतये नमः' इन दोनों मंत्रों का 108 बार जाप करें। इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है और लक्ष्मी कृपा प्राप्त होती है।

    परिवार की रक्षा के लिए

    एक रेशमी कपड़े में सरसों, केसर, सिक्का, चंदन, अक्षत और दूर्वा बांधकर कलश पर रखें। फिर पूजा करें और पोटली को घर के मंदिर में स्थापित करें। यह उपाय परिवार की सुरक्षा और सुख-शांति के लिए अत्यंत फलदायी माना गया है।

    लेखक: दिव्या गौतम, Astropatri.com अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए hello@astropatri.com पर संपर्क करें।