Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Raksha Bandhan 2023: भाई अपनी कलाई से कब उतार सकते हैं राखी, जान लें इससे जुड़े नियम

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Fri, 25 Aug 2023 09:53 AM (IST)

    Raksha Bandhan Aarti Thali रक्षाबंधन का पर्व प्रतिवर्ष सावन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। रक्षाबंधन हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। शास्त्रों में राखी बांधने के साथ इसे उतारने के भी कुछ नियम बताए गए हैं जिनका ध्यान रखा जाना जरूरी माना गया है। आइए जानते हैं कि भाई अपनी कलाई से कब राखी खोल सकता है।

    Hero Image
    Raksha Bandhan 2023: भाई अपनी कलाई से कब उतार सकते हैं राखी।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Raksha Bandhan 2023: रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहन के रिश्ते की पवित्रता को दर्शाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी लंबी उम्र की कामना करती हैं और भाई अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं। इस वर्ष रक्षाबंधन के दिन पंचक और भद्रा काल का निर्माण हो रहा है। इसलिए रक्षाबंधन का पर्व दो दिन यानी 30 अगस्त और 31 अगस्त को मनाया जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कब उतार सकते हैं राखी

    शास्त्रों में राखी के उतारने के लिए कोई निश्चित दिन या समय निर्धारित नहीं है। रक्षाबंधन के 24 घंटे के बाद आप राखी उतार सकते हैं। राखी को पूरे अपनी कलाई पर नहीं बांधना चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं तो दोष लग सकता है। राखी के कुछ दिनों बाद पितृपक्ष शुरू हो जाते हैं ऐसे में यदि आप राखी पहने रखते हैं तो वह अशुद्ध मानी जाती है। इसलिए रक्षाबंधन के 24 घंटो के अंदर ही राखी उतार देनी चाहिए, वरना  अशुद्धता के कारण नकारात्मकता पैदा हो सकती है।

    किस तरह करें राखी विसर्जन

    राखी को खोलने के बाद इधर-उधर न रखा छोड़ें, बल्कि इसका विसर्जन कर देना चाहिए। यहां विसर्जन का अर्थ है कि आप उस राखी को किसी पेड़ पर बांध सकते हैं या फिर उस राखी को सहेज कर रख सकते हैं।

    खंडित राखी का क्या करें

    अगर राखी उतारने के दौरान खंडित हो गई हो तो उसे संभालकर नहीं रखना चाहिए। खंडित राखी को किसी पेड़ के नीचे रख देना चाहिए या जल में अर्पित कर देना चाहिए। ऐसा करते समय उसके साथ एक रुपए का सिक्का भी रख दें या प्रवाहित कर दें।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'