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    Raksha Bandhan 2023: राखी बांधते समय जरूर रखें दिशा का ध्यान, अनदेखी करने से नहीं मिलेगा फल

    Raksha Bandhan 2023 ज्योतिषियों की मानें तो भद्रा काल रात के 09 बजकर 02 मिनट तक है। इसके पश्चात राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है जो अगले दिन 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक है। इस दौरान बहनें अपने भाई को राखी बांध सकती हैं। बहनें राखी बांधने के समय दिशा का ध्यान अवश्य ही ध्यान रखें।

    By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 28 Aug 2023 04:35 PM (IST)
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    Raksha Bandhan 2023: राखी बांधते समय जरूर रखें दिशा का ध्यान, अनदेखी करने से नहीं मिलेगा फल

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Raksha Bandhan 2023: भाई-बहन के प्यार का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन 30 और 31 अगस्त को है। ज्योतिषियों की मानें तो भद्रा काल रात के 09 बजकर 02 मिनट तक है। इसके पश्चात, राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है, जो अगले दिन 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक है। इस दौरान बहनें अपने भाई को राखी बांध सकती हैं। हालांकि, बहनें राखी बांधने के समय दिशा का ध्यान रखना भूल जाती हैं। दिशा का ध्यान न केवल दिन के समय बल्कि रात के समय भी रखना चाहिए। अगर आप दिशा का ध्यान रखती हैं, तो भाई को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।  आइए, दिशा समेत राखी बांधने के अन्य नियम जानते हैं-  

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    दिशा

    ज्योतिषियों की मानें तो राखी बांधते समय बहनों का मुख या चेहरा पश्चिम दिशा की तरफ होना चाहिए। वहीं, भाइयों का मुख पूर्व दिशा में होना चाहिए। अगर पूर्व दिशा किसी कारणवश उपलब्ध नहीं है, तो भाई उत्तर की दिशा में मुख कर बैठ सकते हैं। ये दोनों दिशा शुभ होती हैं। इन दिशाओं में देवी-देवताओं का वास होता है। अगर संध्याकाल में राखी बांधती हैं, तो भाई का मुख पश्चिम की तरफ होना चाहिए। वहीं, सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक पूर्व और उत्तर दिशा में मुख कर राखी बंधवानी चाहिए। ऐसा करने से भाई के सौभाग्य में वृद्धि होती है।

    किस हाथ में बांधे राखी ?

    धार्मिक मत है कि पुरूषों के दाहिने भाग में देवताओं का वास होता है। ऐसा भी कहा जाता है कि दाहिना हाथ शक्ति का स्रोत होता है। इसके लिए सभी शुभ कार्य दाहिने हाथ से किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई व्यक्ति दाहिने हाथ से दान करता है, तो उस दान को भगवान भी स्वीकार करते हैं। अत: हमेशा ही दाहिने हाथ में राखी बांधनी चाहिए।

    डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।