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    Puja Path Tips: नियमित पूजा-पाठ के बाद भी नहीं मिल रहा फल, तो आपकी ये गलतियां हो सकती हैं कारण

    Updated: Tue, 11 Mar 2025 12:04 PM (IST)

    सनातन मान्यताओं के अनुसार रोजाना श्रद्धा पूर्वक पूजा-पाठ (Puja Path Tips) से साधक को जीवन में अद्भुत परिणाम देखने को मिल सकते हैं। इससे न केवल साधक बल्कि उसके पूरे परिवार पर देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है। लेकिन रोजाना पूजा-पाठ से भी आपको अच्छे परिणाम नहीं मिल रहे तो ऐसे में आपको इन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है।

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    Puja Path Tips (Picture Credit: Freepik) (AI Image)

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जिस घर में नियमित रूप से पूजा-पाठ किया जाता है, वहां हमेशा सुख-शांति का वास बना रहता है। साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बढ़ता है। लेकिन कई बार नियमित रूप से पूजा-पाठ करने पर भी इसका शुभ फल नहीं मिलता। इसके पीछे पूजा के दौरान होने वाली कुछ गलतियां हो सकती हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं उनके बारे में

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    मंदिर की सही दिशा

    इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि आपका मंदिर वास्तु के अनुसार, सही दिशा में होना चाहिए, तभी आपको पूजा का पूर्ण फल मिल सकता है। वास्तु के अनुसार, मंदिर हमेशा घर की उत्तर-पूर्व या फिर पूर्व दिशा में होना चाहिए। इन दिशाओं का ध्यान न रखने पर वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है, जिस कारण पूजा-पाठ सफल नहीं होता।

    (Picture Credit: Freepik) 

    इस बात का जरूर रखें ध्यान

    हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, आप पूजा का पूर्ण फल तभी प्राप्त किया जा सकता है, जब आप पूजा-पाठ के दौरान स्वच्छता और पवित्रता का पूर्ण रूप से ध्यान रखें, इसलिए हमेशा स्नान करने और सुथरे कपड़े कपड़े पहनने के बाद ही पूजा-पाठ आरंभ करें। इसी के साथ मन की स्वच्छता का भी ख्याल रखना जरूरी है। इस बात का खासतौर से ध्यान रखें कि भगवान की उपासना के दौरान आपके मन में बुरे ख्याल न आएं।

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    (Picture Credit: Freepik) (AI Image)

    किस समय करें पूजा

    हिंदू शास्त्रों में पूजा के लिए उत्तम समय भी बताया गया है, जो ब्रह्म मुहूर्त और सूर्यास्त का समय है। दोपहर का समय भगवान के विश्राम का समय माना जाता है, इसलिए इस दौरान पूजा-अर्चना न करें, वरना आपको इसका कोई फल नहीं मिलता। साथ ही आपका मंदिर ऐसे स्थान पर होना चाहिए, जहां आप शांति से बैठकर भगवान का ध्यान कर सकें और किसी तरह की बाधा उत्पन्न न हो। इन सभी बातों का ध्यान रखने पर आपको पूजा का पूर्ण फल मिल सकता है।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।