Pradosh Vrat 2025 Date: 04 या 05 अक्टूबर, कब है प्रदोष व्रत? नोट करें शुभ मुहूर्त और योग
सनातन धर्म में आश्विन माह का खास महत्व है। इस महीने में शरदीय नवरात्र से लेकर करवा चौथ कई प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। नवरात्र समापन के दो दिन बाद प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2025) मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव की भक्ति भाव से पूजा और साधना की जाती है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। प्रत्येक माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि देवों के देव महादेव को समर्पित है। इस शुभ अवसर पर भगवान शिव और मां पार्वती की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही शिव-शक्ति केनिमित्त व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक पर भगवान शिव और जगत देवी मां पार्वती की कृपा बरसती है।
प्रदोष व्रत का फल दिन के हिसाब से मिलता है। शनि प्रदोष व्रत करने से शनि की कुदृष्टि से मुक्ति मिलती है। साथ ही साधक को करियर और कारोबार में मनमुताबिक सफलता मिलती है। आइए, आश्विन माह के अंतिम प्रदोष व्रत की सही तिथि, शुभ मुहूर्त और योग जानते हैं-
प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त (Pradosh Vrat Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 04 अक्टूबर को शाम 05 बजकर 09 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, 05 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 03 मिनट पर त्रयोदशी तिथि का समापन होगा। त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष काल में भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। इसके लिए 04 अक्टूबर को प्रदोष व्रत मनाया जाएगा।
आश्विन माह के अंतिम प्रदोष व्रत पर भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ समय शाम 06 बजकर 03 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 30 मिनट तक है। इस समय में साधक श्रद्धा भाव से शिव-शक्ति की पूजा कर सकते हैं।
शनि प्रदोष व्रत शुभ योग (Pradosh Vrat Shubh Yog)
आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर द्विपुष्कर योग और शिववास योग का संयोग बन रहा है। इसके साथ ही प्रदोष व्रत पर शतभिषा योग का भी संयोग है। इन योग में भगवान शिव की पूजा करने से साधक की मनचाही मुराद पूरी होगी। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि होगी।
पंचांग
- सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 16 मिनट पर
- सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 03 मिनट पर
- चंद्रोदय- शाम 04 बजकर 21 मिनट तक
- चंद्रास्त- सुबह 04 बजकर 03 मिनट तक
- ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 38 मिनट से 05 बजकर 27 मिनट तक
- विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 08 मिनट से 02 बजकर 55 मिनट तक
- गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 03 मिनट से 06 बजकर 28 मिनट तक
- निशिता मुहूर्त - रात 11 बजकर 45 मिनट से 12 बजकर 34 मिनट तक
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