Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Pitru Dosh Upay: पितृ पक्ष के दौरान आजमाएं ये खास उपाय, मिलेगी पितृ दोष से मुक्ति

    By Jagran NewsEdited By: Suman Saini
    Updated: Thu, 28 Sep 2023 05:34 PM (IST)

    पितृ पक्ष के दौरान पितरों का तर्पण पिंडदान और श्राद्ध कर्म करने का विशेष महत्व है। इस सभी कर्मों को करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस साल भाद्रपद माह की पूर्णिमा यानी 29 सितंबर 2023 से पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है जिसका समापन आश्विन माह की अमावस्या अर्थात यानी 14 अक्टूबर 2023 को होगा।

    Hero Image
    Pitru Paksha Tips पितृ पक्ष के दौरान आजमाएं ये खास उपाय, मिलेगी पितृ दोष से मुक्ति।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Pitra Dosh Upay: पितृ पक्ष का समय पूर्वजों को पूरी तरह से समर्पित होता है। इस दौरान लोग अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए कई तरह के खास उपाय करते हैं, जिससे उनको मुक्ति मिल सके। ऐसा माना जाता है कि श्राद्ध के समय अगर इन विशेष उपाय को किया जाए तो आपका जीवन खुशहाली से भर जाता है। तो चलिए जानते हैं क्या है वो असरदार और अचूक उपाय।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ब्राह्मणों और गरीबों को भोजन कराएं

    अगर आपके घर में भी पितृ दोष है तो आपको श्राद्ध के दौरान ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए। इसके लिए आप उन्हें अपने घर निमंत्रण देकर ला सकते हैं या फिर किसी मंदिर जाकर उन्हें दान दे सकते हैं। इतना ही नहीं अगर आप गरीबों को भोजन कराते हैं और उनकी मदद करते हैं तो ये आपके लिए काफी अच्छा साबित होगा, क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है।

    शिव शक्ति की करें उपासना

    श्राद्ध के दौरान भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का खास विधान है। माना जाता है कि अगर आप श्राद्ध पक्ष में शिव शक्ति की आराधना करते हैं, तो आपको पितृदोष से मुक्ति मिलती है। साथ ही आपके परिवार पर आने वाला संकट टल जाता है।

    अमावस्या के दिन करें ये खास काम

    पितृ पक्ष के समय यदि आप अमावस्या तिथि के दिन गाय को रोटी खिलाते हैं, तो आपको और आपके परिवार को पितृ दोषों से छुटकारा मिलता है। इतना ही नहीं, इससे आपकी समस्याओं का भी अंत हो जाता है.

    पितृ दोषों से मुक्ति के लिए सूर्य को जल दें

    पितृ पक्ष के दौरान नियमित सूर्य देव को जल चढ़ाने का भी विधान है। अगर आप इस दौरान भगवान सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पित करते हैं, तो आपके ऊपर सूर्य देव अपनी पूरी कृपा बनाए रखते हैं।

    Writer - Vaishnavi Dwivedi

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'