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    Pitru Paksha 2023: कब से शुरू हो रहा पितृ पक्ष? जानिए तिथि और उपाय

    By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo Mishra
    Updated: Fri, 21 Jul 2023 11:26 AM (IST)

    Pitru Paksha 2023 सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पितृ पक्ष में स्नान-ध्यान तर्पण श्राद्ध कर्म इत्यादि से व्यक्ति को पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और पूर्वजों की आत्मा को तृप्ति प्राप्त होती है। इस अवधि में पितर अपने परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए मृत्युलोक पर आते हैं। आइए जानते हैं कब से शुरू हो रहा है पितृ पक्ष?

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    Pitru Paksha 2023: जानिए कब से शुरू हो रहा है पितृ पक्ष?

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Pitru Paksha 2023: वैदिक पंचांग के अनुसार, अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से पितृ पक्ष का शुभारंभ हो जाता है। सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। मान्यता है कि पितृ पक्ष की अवधि में पूर्वज स्वर्गलोक से मृत्युलोक पर अपने परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताने आते हैं।

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    धार्मिक मान्यता है कि पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म, तर्पण, पिंडदान और स्नान-दान करने से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही इस अवधि में इन कर्मों को करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं, साल 2023 में कब से शुरू हो रहा है पितृ पक्ष?

    पितृ पक्ष 2023 प्रारंभ तिथि कब?

    पंचांग के अनुसार, अश्विन कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 29 सितंबर 2023, शुक्रवार के दिन पड़ रही है। ऐसे में इसी दिन से पितृ पक्ष का शुभारंभ हो जाएगा। बता दें कि पितृ पक्ष का समापन अश्विन कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन हो जाता है, जो 14 अक्टूबर 2023, शनिवार के दिन पड़ रहा है। बता दें कि विक्रम संवत 2080 में पितृ पक्ष की शुरुआत 15 दिन देरी से हो रही है। ऐसा अधिक मास या पुरुषोत्तम मास के कारण हुआ है।

    पितृ पक्ष 2023 कैलेंडर

    • 29 सितंबर 2023, शुक्रवार: पूर्णिमा श्राद्ध

    • 30 सितंबर 2023, शनिवार: द्वितीया श्राद्ध

    • 01 अक्टूबर 2023, रविवार: तृतीया श्राद्ध

    • 02 अक्टूबर 2023, सोमवार: चतुर्थी श्राद्ध

    • 03 अक्टूबर 2023, मंगलवार: पंचमी श्राद्ध

    • 04 अक्टूबर 2023, बुधवार: षष्ठी श्राद्ध

    • 05 अक्टूबर 2023, गुरुवार: सप्तमी श्राद्ध

    • 06 अक्टूबर 2023, शुक्रवार: अष्टमी श्राद्ध

    • 07 अक्टूबर 2023, शनिवार: नवमी श्राद्ध

    • 08 अक्टूबर 2023, रविवार: दशमी श्राद्ध

    • 09 अक्टूबर 2023, सोमवार: एकादशी श्राद्ध

    • 11 अक्टूबर 2023, बुधवार: द्वादशी श्राद्ध

    • 12 अक्टूबर 2023, गुरुवार: त्रयोदशी श्राद्ध

    • 13 अक्टूबर 2023, शुक्रवार: चतुर्दशी श्राद्ध

    • 14 अक्टूबर 2023, शनिवार: सर्व पितृ अमावस्या

    पितृ पक्ष में जरूर करें ये उपाय

    • शास्त्रों में यह विदित है कि पितृ पक्ष में स्नान-दान और तर्पण इत्यादि का विशेष महत्व है। इस अवधि में किसी ज्ञानी द्वारा ही श्राद्ध कर्म या पिंडदान इत्यादि करवाना चाहिए। साथ ही किसी ब्राहमण को या जरूरतमंद को अन्न, धन या वस्त्र का दान करें। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

  • पितृ पक्ष पूर्वजों की मृत्यु के तिथि के अनुसार श्राद्ध कर्म या पिंडदान किया जाता है। किसी व्यक्ति को यदि अपने पूर्वजों की मृत्यु का तिथि याद नहीं है तो वह अश्विन कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन यह कर्म कर सकते हैं। ऐसा करने से भी पूर्ण फल प्राप्त होता है।

  • डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।