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    Pitru Paksha 2023: पितृ पक्ष में करें तुलसी का उपाय ये उपाय, मिलेगा पिंडदान जितना पुण्य

    Pitru Paksha ke upay ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान हमारे पितृ हमसे मिलने और हमें आशीर्वाद देने के लिए मृत्युलोक पर आते हैं। पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष की अवधि 15 दिन की होती है। आज से पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है। ऐसे में तुलसी से जुड़े कुछ उपाय करने से व्यक्ति को पिंडदान करने जितना ही फल मिलता है।

    By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Fri, 29 Sep 2023 04:55 PM (IST)
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    Pitru Paksha ke upay पितृ पक्ष में करें तुलसी का उपाय ये उपाय।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Shradh 2023 Date: आज यानी 29 सितंबर 2023 से पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है जिसका समापने 14 अक्टूबर को होगा। सनातन धर्म में माना जाता है यह समय पितरों के लिए समर्पित है। इस दौरान पितरों को प्रसन्न करके उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही हिंदू धर्म में तुलसी का भी विशेष महत्व है। ऐसे में पितृ पक्ष के दौरान तुलसी से जुड़े कुछ उपाय करने से व्यक्ति को कई लाभ मिलते हैं।

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    करें ये उपाय

    पितृ पक्ष के दौरान तुलसी के गमले के पास एक कटोरी रख दें। इसके बाद हथेली में गंगाजल लेकर इसे धीरे-धीरे कटोरी में डालें। इस दौरान पितरों को याद करें और 5 से 7 बार उनका नाम लें। अंत में इस जल का पूरे घर में छिड़काव करें। बचा हुआ जल तुलसी में डाल दें।

    मिलते हैं ये लाभ

    गंगाजल का छिड़काव करने से घर से नकारात्मक दूर होती है। लेकिन ध्यान रहे कि यह उपाय आपको रविवार और एकादशी के दिन नहीं करना है, क्योंकि इस दिन तुलसी में जल नहीं दिया जाता। पितृपक्ष में किया गया यह उपाय काफी मददगार साबित हो सकता है।

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    इस मंत्र का करें जाप

    पितृपक्ष के दौरान तुलसी की रोजाना पूजा करें, उसमें जल चढ़ाएं। शाम के समय तुलसी पर दीपक जरूर जलाएं। साथ ही पूजा के दौरान इस मंत्र का जाप करें। इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।

    देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'