Aaj Ka Panchang: पढ़ें 24 July 2020 का पंचांग, आज है विनायक चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त, दिशाशूल एवं राहुकाल
Panchang 24 July 2020 आज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि और दिन शुक्रवार है। आज विनायक चतुर्थी है इसे वरद चतुर्थी भी कहा जाता है।
Panchang 24 July 2020: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि और दिन शुक्रवार है। आज विनायक चतुर्थी है, इसे वरद चतुर्थी भी कहा जाता है। सावन मास की चतुर्थी का विशेष महत्व होता है। विघ्नहर्ता श्री गणेश जी भगवान शिव और माता पार्वती की संतान हैं। आज विधिपूर्वक वरद चतुर्थी का व्रत रखकर गणेश जी की पूजा करने से शिव और शक्ति भी प्रसन्न होते हैं। आज के पंचांग में शुभ मुहूर्त, दिशाशूल, राहुकाल के अतिरिक्त सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
आज का पंचांग
दिन: शुक्रवार, श्रावण मास, शुक्ल पक्ष, चतुर्थी तिथि।
आज का राहुकाल: प्रात: 10:30 बजे से 12:00 बजे तक।
आज की भद्रा: प्रात: 03:50 बजे से दोपहर 02:35 बजे तक।
आज का दिशाशूल: पश्चिम।
आज का पर्व एवं त्योहार: वरद चतुर्थी व्रत, दूर्वा गणपति व्रत।
विक्रम संवत 2077, शके 1942, दक्षिणायन, उत्तर गोल, वर्षा ऋतु, श्रावण मास, शुक्ल पक्ष चतुर्थी 14 घंटे 35 मिनट तक तत्पश्चात पंचमी, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र 16 घंटे 03 मिनट तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, वरियान योग 08 घंटे 58 मिनट तक तत्पश्चात परिघ योग, सिंह में चंद्रमा 21 घंटे 37 मिनट तक तत्पश्चात कन्या में।
सूर्योदय और सूर्यास्त
24 जुलाई को सूर्योदय सुबह 05 बजकर 38 मिनट पर और सूर्यास्त शाम को 07 बजकर 17 मिनट पर होगा।
चंद्रोदय और चंद्रास्त
आज के दिन चंद्रोदय सुबह 09 बजकर 09 मिनट पर होगा और चंद्र का अस्त उसी दिन रात को 10 बजकर 13 मिनट पर होगा।
आज का शुभ समय
अभिजित मुहूर्त: दोपहर 12:00 बजे से दिन में 12 बजकर 55 मिनट तक।
रवि योग: प्रात:काल 05 बजकर 38 मिनट से दोपहर 04 बजकर 03 मिनट तक।
अमृत काल: दिन में 10 बजकर 06 मिनट से 11 बजकर 35 मिनट तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 44 मिनट से दोपहर 03 बजकर 39 मिनट तक।
आज सावन माह का 19वां दिन है। आज के दिन आप गणेश मंत्र का जाप करें। विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा कल्याणकारी होती है। गणेश जी के साथ भगवान शिव और माता पार्वती की भी विधिपूर्वक आराधना करें। शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी और संतोषी माता की पूजा के लिए भी समर्पित होता है। ऐसे में आप इन दो देवियों की भी पूजा कर सकते हैं। आज के दिन आप कोई कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।