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    Panch Mahapurush Raj Yoga: दीपावली से पहले इन राशियों की बदलेगी किस्मत, जानिए क्या है पंच महापुरुष राजयोग

    By Shantanoo MishraEdited By:
    Updated: Sat, 15 Oct 2022 03:38 PM (IST)

    Panch Mahapurush Raj Yoga ज्योतिष शास्त्र में पंच महापुरुष राजयोग को बहुत ही लाभकारी बताया गया है। जातक कुंडली में यदि इस योग का निर्माण होता है तो उसका जीवन खुशियों से भर जाता है और उसे सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

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    Panch Mahapurush Raj Yoga: पंच महापुरुष राजयोग से होता है व्यक्ति का भाग्योदय।

    नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Panch Mahapurush Raj Yoga: ज्योतिष विज्ञान के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में योग का निर्माण होता है तो उसका जीवन पूरी तरह बदल जाता है। ज्योतिष में पांच ऐसे योग बताए गए हैं जिससे व्यक्ति महान और सक्षम बन जाता है। वह योग है पंच महापुरुष राजयोग()। पंच महापुरुष राजयोग का निर्माण शनि, मंगल, बुध, गुरु और शुक्र से होता है। इन पांच गग्रहों में से कोई एक यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मूल्य केंद्र स्थान पर विराजमान है तो महापुरुष योग बनता है।

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    पौराणिक ग्रंथों के अनुसार भी भगवान श्री राम और श्री कृष्ण के कुंडली में भी पंच महापुरुष योग विराजमान थे। बता दें कि केंद्र अर्थात पहले, चौथे, सातवें और दसवें भाग को कहा जाता है और मूल त्रिकोण पहला, पांचवा और नवम भाग होता है। ज्योतिष के अनुसार केंद्र का स्थान भगवान विष्णु का स्थान होता है।

    इन राशियों का योग होगा प्रबल (Panch Mahapurush Raj Yoga in Kundli)

    ज्योतिष गणना के अनुसार 23 अक्टूबर को मकर राशि में शनि ग्रह मार्गी होने जा रहे हैं। जिससे कुछ राशियों में महापुरुष राजयोग का निर्माण हो रहा है। वह राशि हैं मेष, धनु और मीन। ऐसा होने से इनके भाग्य खुल जाएंगे और इन्हें जबर्दस्त लाभ मिलेगा। आइए जानते हैं महापुरुष योग का प्रभाव।

    महापुरुष योग का प्रभाव

    शनि ग्रह- शनि ग्रह के कारण शश योग का निर्माण होता है। इस योग के निर्माण से सभी कार्य तुरंत सफल हो जाते हैं और व्यक्ति को धन ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

    मंगल ग्रह- बता दें कि मंगल ग्रह के कारण साहस और पराक्रम में वृद्धि होती है। इस वजह से व्यक्ति को सफलता भी प्राप्त होती है और उसे उच्च पद मिलता है। मंगल ग्रह के कारण रुचक योग का निर्माण होता है।

    बुध ग्रह- बुध ग्रह से भद्र योग का निर्माण होता है। इससे बुद्धि, तर्क, वाणी और चतुराई मैं वृद्धि होती है। साथ ही कौशल, लेखन, गणित और कारोबार में भी सफलता प्राप्त होती है।

    गुरु ग्रह- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु ग्रह से हंस योग का निर्माण होता है। जिससे व्यक्ति के जीवन का भाग्योदय शुरू हो जाता है। ऐसा होने से सुख-समृद्धि, संपत्ति, ज्ञान व आध्यात्मिक विकास में बढ़ोतरी होती है।

    शुक्र ग्रह- शुक्र ग्रह के कारण मालव्य योग का निर्माण होता है। इससे व्यक्ति के जीवन में सुविधा और ऐश्वर्य की बढ़ोतरी होती है। साथ ही सौंदर्य, काव्य, गीत-संगीत व फिल्म क्षेत्र से जुड़े कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।

    डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।