Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Palmistry: अनामिका उंगली बताएगी कैसा होगा आपका भविष्य, जिएंगे सुखी जीवन

    By Shivani SinghEdited By:
    Updated: Thu, 15 Dec 2022 08:26 AM (IST)

    Palmistry अनामिका उंगली को रिंग फिंगर भी कहा जाता है। इस उंगली की बनावट से व्यक्ति जीवनस व्यापार धन संबंधित मामलों के बारे में काफी कुछ जान सकता है। जानिए सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार अनामिका उंगुली के बारे में।

    Hero Image
    Palmistry: अनामिका उंगली बताएगी कैसा होगा आपका भविष्य, जिएंगे सुखी जीवन

    नई दिल्ली, Palmistry: सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के स्वभाव, हावभाव से ही नहीं बल्कि उसके अंगों की बनावट से आने वाले समय के बारे में काफी हद तक जान सकते हैं। शरीर के किस अंग की बनावट कैसी है इस आधार पर भविष्य में आपको धन लाभ होगा या धन हानि, बिजनेस में मुनाफा होगा, नौकरी, करियर जैसे कई चीजों के बारे में आसानी से जान सकते हैं। शरीर के अंगों में से एक हाथों की अनामिका उंगली की बनावट देखकर भी व्यक्ति हर एक चीज जान सकता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अनामिका उंगली में खड़ी रेखा

    अगर किसी व्यक्ति की अनामिका उंगली एक सरल खड़ी रेखा निकलकर उंगली के पहले पर्व तक जाती है, तो इसका मतलब है कि आप बहुत ही भाग्यशाली है। ऐसे लोग आने वाले समय में बहुत बड़े बिजनेस बनेंगे।

    अनामिका के पहले पोर में रेखा होना

    सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति की अनामिका उंगली के पहले पोर में कुछ खड़ी और साधारण रेखा है, तो इसका मतलब है कि वह खुशहाल जीवन जिएंगा।

    अनामिका उंगली लंबी होना

    अगर किसी व्यक्ति की अनामिका उंगली तर्जनी अंगुली से लंबी है, तो ऐसे लोग अपनों से प्यार अधिक करते हैं। वैवाहिक जीवन खुशियों के साथ बीतता है। इसके साथ ही पार्टनर के प्रति झुकाव अधिक होता है।

    अनामिका उंगली का छोटा होना

    सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, अनामिका उंगली की छोटा होना इस बात का संकेत है कि आप पैसा कमाने के लिए किसी कला का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए थोड़ा संभल जाए, वरना आने वाले समय में मुश्किलों में फंस सकते हैं।

    Pic Credit- Freepik

    डिसक्लेमर

    'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'