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    Neelkanth Bird: क्या आपको भी दिखाई देता है नीलकंठ पक्षी, तो जीवन में मिल सकते हैं ये खास संकेत

    Updated: Tue, 05 Mar 2024 10:41 AM (IST)

    ज्योतिष शास्त्र में कई पशु-पक्षियों को शुभ और अशुभ शगुन से जोड़कर देखा जाता है। ऐसा ही एक पक्षी है नीलकंठ। शकुन शास्त्र में नीलकंठ का दिखना बहुत शुभ माना जाता है। साथ ही इस पक्षी का संबंध भगवान शिव से भी माना गया है। अलग-अलग तरीके से इस पक्षी को देखने पर इसके अलग-अलग परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।

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    Neelkanth Bird: नीलकंठ देखने क्यों माना जाता है शुभ।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Meaning of seeing Neelkanth: हिंदू धर्म में प्रकृति को विशेष महत्व दिया गया है। गाय और तुलसी का पूजन इसका एक सटीक उदाहरण है। इसी प्रकार कई पशु-पक्षियों को शुभता और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इन्हीं में से एक है नीलकंठ पक्षी। हिंदू धर्म में इस पक्षी को बहुत ही शुभ माना गया है।  

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    इसलिए शुभ है नीलकंठ

    नीलकंठ पक्षी को भगवान शिव का ही स्वरूप माना जाता है। क्योंकि इस पक्षी का भी नीला रंग है और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को भी नीलकंठ कहा गया है। यही कारण है कि यदि आपको नीलकंठ दिखाई देता है, तो इसे व्यक्ति के लिए एक शुभ संकेत माना जाता है। हालांकि कई मान्यताओं के अनुसार, दशहरे के दिन इस पक्षी का दिखना ज्यादा शुभ माना गया है।

    हो सकती है जल्द विवाह

    शकुन शास्त्र में माना गया है कि अगर किसी कुंवारी कन्या को नीलकंठ उसके शरीर के दाईं ओर उड़ता हुआ दिखाई देता है, तो यह इस बात की ओर इशारा करता है जल्द ही वह विवाह बंधन में बंधने वाली है। वहीं अगर नीलकंठ आपको सामने से उड़ता हुआ नजर आए, तो ऐसा माना जाता है कि आपकी सभी इच्छाएं जल्द पूरी हो सकती हैं।

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    शिव जी को क्यों कहा जाता है नीलकंठ

    पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार जब देवताओं और असुरों के बीच समुद्र मंथन हुआ तो, इस दौरान विष उत्पन्न हुआ था। इस विष के कारण पूरे संसार में हाहाकार मच गया। तब दुनिया को इस विपदा से बचाने के लिए  भगवान शिव ने विष का पान किया था, जिसके बाद उनका गला नीला पड़ गया था। इसलिए भगवान शिव को नीलकंठ भी कहा जाता है।

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    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'