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    Nag Panchami 2024: सावन में इस दिन मनाई जाएगी नाग पंचमी, ये उपाय करने से काल सर्प दोष होगा दूर

    Updated: Fri, 26 Jul 2024 03:42 PM (IST)

    हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी मनाई जाती है। इस दिन नाग देवता की पूजा करना शुभ फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि पंचमी तिथि पर नाग देवता की पूजा करने से साधक के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। साथ ही इस तिथि को कुंडली में मौजूद काल सर्प दोष दूर करने के लिए भी बेहतर माना जाता है।

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    Nag Panchami 2024: नाग पंचमी पर काल सर्प दोष के उपाय।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग होता है, तो उस व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप नाग पंचमी के दिन कुछ उपायों द्वारा कालसर्प दोष की समस्या से मुक्ति पा सकते हैं। आइए जानते हैं वह उपाय।

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    नाग पंचमी शुभ मुहूर्त (Nag Panchami Shubh Muhurat)

    2024 में श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 09 अगस्त को रात्रि 12 बजकर 36 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन 10 अगस्त को प्रातः 03 बजकर 14 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, नाग पंचमी का पर्व शुक्रवार, 09 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दौरान पूजा का मुहूर्त इस प्रकार रहेगा -

    नाग पंचमी पूजा मुहूर्त - प्रातः 05 बजकर 47 मिनट से सुबह 08 बजकर 27 मिनट तक

    मिलने लगते हैं ये संकेत

    जब कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के मध्य होते हैं, तब कुंडली में कालसर्प योग का निर्माण होता है। ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार, कालसर्प योग होने पर व्यक्ति को बार-बार बुरे सपने आने लगते हैं या फिर सपने में बार-बार सांप दिखाई देता हैं। इस दोष के कारण मन में एक अज्ञात डर बना रहता है। साथ ही कालसर्प दोष होने से व्यक्ति को उसकी मेहनत का अच्छा परिणाम नहीं मिलता। इस दोष के परिणामस्वरूप परिवार और कार्यक्षेत्र में भी विवाद की स्थिति बनी रहती है और शत्रुओं की संख्या बढ़ जाती है।

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    करें ये उपाय

    कालसर्प दोष होने पर नाग पंचमी के दिन भगवान शिव का पूजन करें और इस दौरान महामृत्युंजय का जाप जरूर करें। इस दिन गंगाजल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इसके साथ ही किसी पवित्र नदी में चांदी या तांबे से बना नाग-नागिन का जोड़ा प्रवाहित करें। इस दोष से मुक्ति के लिए आप गरीबों को काले कंबल आदि का दान कर सकते हैं। साथ ही कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में कालसर्प दोष की पूजा करवाना भी एक बेहतर उपाय है।

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।