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Motivational Story: एक बुरी आदत बड़े अवसर को खत्म कर देती है, पढ़ें पारस पत्थर की कथा

Motivational Story सफलता में आपकी आदतें भी शामिल होती हैं। गलत आदतें आगे बढ़ने से रोकती हैं अवसरों को खत्म कर देती हैं वहीं अच्छी आदतें कामयाबी में चार चांद लगा देती हैं। आज हम आपको व्यक्ति के आदत से जुड़ी एक कथा के बारे में बताने जा रहे हैं-

By Kartikey TiwariEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 11:30 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 11:30 AM (IST)
Motivational Story: एक बुरी आदत बड़े अवसर को खत्म कर देती है, पढ़ें पारस पत्थर की कथा
Motivational Story: एक बुरी आदत बड़े अवसर को खत्म कर देती है, पढ़ें पारस पत्थर की कथा

Motivational Story: कहा जाता है कि सफल और नाकाम आदमी में केवल एक अंतर यह होता है कि कामयाब आदमी अपने काम को विशेष ढंग से करता है और नाकामयाब आदमी अपने काम को सामान्य ढंग से। हालांकि आपकी सफलता में आपकी आदतें भी शामिल होती हैं। गलत आदतें आपको आगे बढ़ने से रोकती हैं, अच्छे अवसरों को खत्म कर देती हैं, वहीं अच्छी आदतें कामयाबी में चार चांद लगा देती हैं। आज हम आपको व्यक्ति के आदत से जुड़ी एक कथा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे पढ़कर आप भी प्रेरणा ले सकते हैं।

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पारस पत्थर की कथा

ण्क शहर में एक गरीब व्यक्ति रहता था। एक दिन उसे किसी कबाड़ी के पास से बहुत पुरानी किताब मिल गई। उस किताब में लिखा हुआ था कि पारस पत्थर समुद्र तट पर अन्य पत्थरों के साथ मिलता है। वह दिखने में अन्य पत्थरों की तरह ही होता है, लेकिन वह अन्य पत्थरों की तुलना में कुछ गरम और मुलायम होता है।

ऐसी लोक मान्यता है कि पुराने समय में कोई ऐसा पत्थर था, जिसके स्पर्श से कोई भी लोहे की वस्तु सोने में बदल जाती थी। पारस पत्थर का रहस्य जानकर वह व्यक्ति बहुत खुश हुआ। सोचने लगा कि उसे यह पत्थर मिल जाए, तो उसकी सारी गरीबी दूर हो जाएगी। वह समुद्र तट पर जाकर पारस पत्थर को खोजने में जी-जान से जुट गया।

शुरुआत में उसे परेशानी आई क्योंकि बहुत से पत्थर होने के कारण वह एक ही पत्थर को कई बार छूकर देख रहा था। इसमें बहुत समय व्यर्थ हो रहा था। इसका उसने समाधान निकाला। वह पत्थर को छूता, वह गरम और मुलायम नहीं होता, तो उसे समुद्र में फेंक देता।

उसने कई दिनों तक पत्थर उठा-उठाकर समुद्र में फेंका, पर उसे गरम और मुलायम पत्थर नहीं मिला। उसे निराशा ही हाथ लगी। लेकिन एक दिन उसके हाथ ऐसा पत्थर लग ही गया, जो सामान्य से गरम भी था और मुलायम भी। लेकिन उसने उसे भी उठाकर समुद्र में फेंक दिया। इतने लंबे समय तक रोज हजारों पत्थरों को समुद्र में फेंकते रहने के कारण उसकी यह आदत बन गई थी।

कथा सार

हम जीवन में अवसर की तलाश करते रहते हैं, लेकिन जब अवसर मिलने को होता है, तो अपनी आदतों के कारण उसे गंवा भी देते हैं।


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