Motivational Story: महात्मा ने अमीर के बेटे को दिया ज्ञान, समय रहते अपने गलतियों को सुधारना चाहिए
Motivational Story इंसान को समय रहते अपने गलतियों से सीखना चाहिए। इससे हमारे व्यक्तित्व में निखार आता है। आदमी जीवन में गलती करे तो बड़ी बात नहीं है ल ...और पढ़ें

Motivational Story: इंसान को समय रहते अपने गलतियों से सीखना चाहिए। इससे हमारे व्यक्तित्व में निखार आता है। आदमी जीवन में गलती करे, तो बड़ी बात नहीं है, लेकिन एक गलती दोबारा नहीं दोहराना चाहिए। आज हम एक लड़के की कहानी विस्तार से बताएंगे, जिसमें उसे एक महात्मा ने जीवन का दर्शन दिया।
किसी नगर में एक अमीर आदमी अपने बेटे की बुरी आदत से परेशान था। वह जब भी अपने बेटे को सुधरने के लिए कहता, तो बेटे का एक ही जवाब होता कि अभा मैं छोटा हूँ। पिता जी बड़ा होकर इन आदतों को छोड़ दूंगा। हालांकि उसने यह आदत कभी नहीं छोड़ी। कुछ समय बात उस नगर में एक महात्मा पधारे। अमीर आदमी अपने बेटे की समस्या महात्मा के पास लेकर गए और उनसे बात की। महात्मा ने अमीर आदमी की बात सुनकर कहा कि ठीक है कल आप अपने बेटे को समीप के बगीचे में भेज दीजिएगा।
अगले दिन सुबह पिता ने अपने पुत्र को बगाचे में जाने को कहा। बेटा भी पिता की बात मानकर बगीचे में चला गया। महात्मा ने अमीर आदमी के बेटे को देखकर कहा कि चलो हम दोनों बगीचे की सैर करते हैं। दोनों धीरे-धीरे सैर करते हुए आधा बगीचा का सफर तय कर लिया। अचानक महात्मा ने एक जगह पर लड़के को रोकते हुए कहा कि क्या तुम इस पेड़ को उखाड़ सकते हो? लड़के को लगा यह कितनी छोटी सी बात है, उसने छोटे से पौधे को तुरंत उखाड़ फेंका। महात्मा जी ने आगे चलकर थोड़ा बड़ा पौधा उखाड़ने को कहा। लड़के ने थोड़ी मेहनत का बाद उसे उखाड़ फेंका।
महात्मा टहलते हुए आगे बढ़े, तो उन्होंने लड़के से गुड़हल का पेड़ उखाड़ने को कहा। लड़के के बहुत कोशिश के बाद भी वह पेड़ नहीं उखड़ा। तब लड़के ने महात्मा से कहा कि यह पेड़ बड़ा है, इसलिए उखाड़ना मुश्किल है। लड़के की बात सुनकर महात्मा ने बड़े प्यार से कहा कि बेटा बुरी आदतें भी ऐसी ही होती हैं। जब वह नई होती हैं, तो उसे छोड़ना आसान होता है, लेकिन जब आदतें पुरानी हो जाती हैं, तो उन्हें छोड़ना मुश्किल होता है। लड़के को महात्मा की बात समझ आ गई।
कहानी की शिक्षा
इस कहानी से हमें एक बात समझ आती है कि हमें अपनी गलतियों से जल्द से जल्द सीख लेना चाहिए।
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