Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Masik Shivratri 2024: आज है मासिक शिवरात्रि, इस विधि से करें शिव पूजा, नोट करें भोग से लेकर सबकुछ

    Updated: Fri, 29 Nov 2024 09:35 AM (IST)

    इस महीने मासिक शिवरात्रि 29 नवंबर 2024 दिन शुक्रवार यानी आज मनाई जा रही है। इस शुभ दिन पर भक्त भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करते है उन्हें शुभ फलों की प्राप्ति होती है। मासिक शिवरात्रि वह शुभ दिन है जब शिव भक्त विभिन्न प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान करते हैं तो आइए इस पावन दिन (Masik Shivratri 2024) की संपूर्ण जानकारी यहां जानते हैं।

    Hero Image
    Masik Shivratri 2024 :मासिक शिवरात्रि पूजा विधि।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मासिक शिवरात्रि का पर्व बेहद शुभ माना जाता है। यह त्योहार हर मास कृष्ण पक्ष के 14वें दिन मनाया जाता है। इस बार यह व्रत, 29 नवंबर 2024, दिन शुक्रवार यानी आज रखा जा रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भक्त इस तिथि (Masik Shivratri 2024) पर व्रत रखते हैं और पूजा करते हैं, उन्हें सुख-शांति और धन-वैभव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ऐसा कहा जाता है कि शिव जी की कृपा प्राप्त करने के लिए यह व्रत बहुत महत्वपूर्ण होता है, तो आइए इसकी पूजा विधि से लेकर संपूर्ण जानकारी जानते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मासिक शिवरात्रि पूजा मुहूर्त (Masik Shivratri 2024 Puja Muhurat)

    हिंदू पंचांग के अनुसार, विजय मुहूर्त दोपहर 01 बजकर 54 मिनट से 02 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। फिर गोधूलि मुहूर्त शाम 05 बजकर 21 मिनट से 05 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही निशिता मुहूर्त रात्रि 11 बजकर 43 मिनट से 12 बजकर 37 मिनट तक रहेगा।

    वहीं, रात्रि 11 बजकर 33 मिनट से मध्य रात्रि 12 बजकर 27 मिनट तक लगभग 54 मिनट का निशिता काल पूजा का शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहा है। इस दौरान आप शिव-पार्वती की पूजा कर सकते हैं।

    शिव जी प्रिय भोग (Masik Shivratri 2024 Bhog) - सफेद मिठाई, मालपुआ, लस्सी आदि।

    मासिक शिवरात्रि पूजा विधि (Masik Shivratri 2024 Puja Vidhi)

    भक्त सुबह उठकर स्नान करें। फिर व्रत संकल्प शिव जी के समक्ष लें। एक वेदी पर शिव-पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें और विधि अनुसार उनकी पूजा करें। जैसे- पंचामृत से स्नान करवाएं। भोलेनाथ को सफेद चंदन का तिलक लगाएं। माता पार्वती को कुमकुम अर्पित करें। गाय के घी का दीपक जलाएं। खीर का भोग लगाएं। इसके साथ ही गुड़हल और सफेद फूलों की माला अर्पित करें।

    शिव जी को बेलपत्र भी चढ़ाएं। शिव तांडव स्तोत्र, शिव चालीसा का पाठ करें। आरती से पूजा को पूर्ण करें। पूजन में हुई गलतियों के लिए क्षमायाचना करें। व्रती अगले दिन अपने व्रत का पारण करें।

    भगवान शंकर प्रिय फूल (Masik Shivratri Priya Phool) - आक और मदार।

    शिव जी को प्रसन्न करने का मंत्र (Masik Shivratri 2024 Mantra)

    • ॐ नमः शिवाय:।।
    • ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहितन्नो रुद्रः प्रचोदयात्:।।
    • ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्:।।

    यह भी पढ़ें: Masik Shivratri 2024: मासिक शिवरात्रि पर करें शिव चालीसा का पाठ, प्रसन्न होंगे भोलेनाथ

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।