Masik Durgashtami 2025: कब मनाई जाएगी साल की अंतिम मासिक दुर्गाष्टमी? यहां पढ़ें तिथि और पूजा विधि
हिंदू धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी (Masik Durgashtami 2025) मां दुर्गा की पूजा के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानी गई है। यह दिन मां दुर्गा का आशीर्वाद पाने और ...और पढ़ें

Masik Durgashtami 2025: मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व।

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अभी पढ़ेंधर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यह मां दुर्गा की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है। हर महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी मनाई जाती है। यह दिन मां दुर्गा को खुश करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए बहुत शुभ माना जाता है। साल 2025 अब अपने अंतिम पड़ाव पर है, ऐसे में साल की अंतिम मासिक दुर्गाष्टमी (Masik Durgashtami 2025) का महत्व और भी बढ़ जाता है, क्योंकि यह साल के समापन पर मां दुर्गा की कृपा पाने का एकमात्र अवसर है। आइए जानते हैं साल 2025 की अंतिम मासिक दुर्गाष्टमी की सही तिथि, मुहूर्त और पूजा विधि।

मासिक दुर्गाष्टमी शुभ मुहूर्त (Masik Durgashtami 2025 Subh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, पौष महीने की शुक्ल अष्टमी तिथि 27 दिसंबर को दोपहर 01 बजकर 09 मिनट पर शुरू होगी। वहीं इस तिथि का समापन 28 दिसंबर को सुबह 11 बजकर 59 मिनट पर होगा। उदया तिथि को देखते हुए इस साल की अंतिम मासिक दुर्गाष्टमी 28 दिसंबर को मनाई जाएगी।
अभिजित मुहूर्त दोपहर 12 बजकर पर 02 मिनट से 12 बजकर 43 मिनट तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 06 मिनट से 02 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। इस दौरान आप पूजा-पाठ कर सकते हैं।
मासिक दुर्गाष्टमी पूजा विधि (Masik Durgashtami 2025 Puja Vidhi)
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और लाल रंग के वस्त्र धारण करें।
हाथ में जल लेकर मासिक दुर्गाष्टमी पर व्रत और मां की पूजा का संकल्प लें।
एक वेदी पर लाल कपड़ा बिछाकर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें।
मां को गंगाजल से स्नान करवाएं।
माता रानी को लाल चुनरी, सिंदूर, अक्षत, लाल फूल और शृंगार की वस्तुएं अर्पित करें।
गाय के घी का दीपक जलाएं।
दुर्गा चालीसा का पाठ करें और "ॐ दुं दुर्गायै नमः" मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें।
मां को फल, मिठाई और हलवा-पूरी का भोग लगाएं।
अंत में मां दुर्गा की आरती करें और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें।
साल की अंतिम दुर्गाष्टमी का महत्व (Masik Durgashtami 2025 Significance)
साल की अंतिम दुर्गाष्टमी का बहुत ज्यादा महत्व है। दिसंबर की यह दुर्गाष्टमी हमें बीते हुए साल की गलतियों के लिए क्षमा मांगने का अवसर देती और आने वाले नए साल की शुरुआत के लिए शुभता देती है। इस दिन कन्या पूजन करना या छोटी कन्याओं को कुछ उपहार देना विशेष फलदायी माना जाता है। इससे देवी कृपा मिलती है।
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