Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Masik Durgashtami 2025: मासिक दुर्गाष्टमी आज, इस विधि से करें पूजा, भूलकर न करें ये गलतियां

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 06:45 AM (IST)

    मासिक दुर्गाष्टमी (Masik Durgashtami 2025 Puja Rituals) हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मनाई जाती है। इस दिन भक्त मां दुर्गा की पूजा करते हैं। इस दिन तामसिक भोजन, क्रोध, काले वस्त्र और महिलाओं का अनादर करने से बचना चाहिए। आइए इस पर्व से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं।

    Hero Image

    Masik Durgashtami 2025: मासिक दुर्गाष्टमी के नियम।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का विशेष महत्व है। यह तिथि हर महीने शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। यह दिन मां दुर्गा को समर्पित। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं और मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करते हैं। कहा जाता है कि इस दिन देवी की श्रद्धा भाव के साथ उपासना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है, आइए इस महापर्व (Masik Durgashtami 2025) से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    puja rituals

    मासिक दुर्गाष्टमी पूजा विधि (Masik Durgashtami 2025 Puja Rituals)

    • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें।
    • व्रत का संकल्प लें।
    • घर के मंदिर के साथ पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
    • मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें।
    • मां को जल अर्पित करें।
    • उन्हें लाल रंग की चुनरी, सिंदूर, बिंदी, चूड़ियां और अन्य सोलह शृंगार सामग्री अर्पित करें।
    • मां को गुड़हल के फूल और माला अर्पित करें।
    • फल, मिठाई और विशेष रूप से लौंग और कपूर चढ़ाएं।
    • शुद्ध घी का दीपक जलाएं।
    • दुर्गा चालीसा का पाठ करें या दुर्गा सप्तशती के किसी अध्याय का पाठ करें।
    • अंत में मां दुर्गा की आरती करें और सभी में प्रसाद बांटें।

    पूजा के दौरान भूलकर न करें ये गलतियां (Masik Durgashtami 2025 Donts)

    • तामसिक भोजन - इस दिन प्याज, लहसुन, मांसाहार और शराब का सेवन बिल्कुल न करें। सात्विक भोजन ही ग्रहण करें।
    • गुस्सा - परिवार या किसी भी व्यक्ति से झगड़ा न करें। इस दिन मन और वचन को शुद्ध रखें और क्रोध करने से बचें।
    • अपवित्रता - पूजा के दौरान काले या नीले रंग के वस्त्र न पहनें। साफ-सुथरे और हल्के रंग के वस्त्र ही धारण करें।
    • अखंड दीपक - अगर आप अखंड दीपक जलाते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि वह बुझना नहीं चाहिए।
    • अधूरी पूजा - मां दुर्गा की पूजा कभी अधूरी नहीं छोड़नी चाहिए। इसलिए आरती और मंत्र जप के साथ पूजा पूर्ण करें।
    • किसी का अनादर - इस दिन किसी भी महिला या कन्या का अपमान भूलकर भी न करें। उन्हें देवी का रूप मानकर सम्मान दें।

    यह भी पढ़ें- Masik Durgashtami 2025: मासिक दुर्गाष्टमी पर इस तरह करें देवी को प्रसन्न, जानें पूजा विधि और महत्व

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।