Manik Gemstone Benefits: प्रशासनिक सेवाओं में सफलता दिलाता है यह रत्न
Manik Gemstone Benefits ज्योतिष शास्त्र में माणिक्य रत्न को बहुत प्रभावशाली माना जाता है। साथ ही रत्न ज्योतिष के विद्वान बताते हैं कि माणिक्य रत्न धारण करने वाले व्यक्ति को प्रशासनिक सेवाओं में उन्नति मिलती है और सफलता भी प्राप्त होती है।

नई दिल्ली | Manik gemstone Benefits: ज्योतिष शास्त्र में रत्न को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यह रत्न जातक के कुंडली में अशांत स्थिति में बैठे ग्रहों की शांति के लिए उपयोग में लाया जाता है। माणिक्य को रॉयल यानी राजसी रत्न माना जाता है। माणिक्य रत्न धारण करने वाले को सरकारी प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे जातकों में खासी सफलता भी मिलती है। ऐसा रत्न शास्त्र के बारे में जानकारी रखने वाले बताते हैं। आइए पंडित दीपक पांडे से जानते हैं, क्या है माणिक्य रत्न धारण करने का लाभ?
सूर्य को प्रभावशाली बनाता है
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है की जिन लोगों की कुंडली में सूर्य कमजोर हो उन्हें माणिक्य पहनना चाहिए। माणिक्य यानि रूबी का प्रभाव सूर्य ग्रह को पॉजिटिव करता है और व्यक्ति को शासन करने की योग्यता प्रदान करता है। इस रत्न को पहनने वाला समाज में आदर और सम्मान पाता है।
कौन पहन सकता है माणिक्य
पंडित दीपक पांडे बताते हैं की रत्न शास्त्र में बताया गया है कि जिनके धन भाव, ग्यारहवें, दसवें और नवम भाव सहित पंचम भाव में सूर्य की स्थिति हो वे लोग माणिक्य पहन सकते हैं। मेष, सिंह और धनु लग्न वाले लोगों को भी माणिक्य धारण करने के लिए सलाह दी जाती है। रत्न शास्त्र में माणिक्य के साथ गोमेद लहसुनिया और नीलम पहनना वर्जित किया गया है। मान्यता है कि ऐसा करने पर हानि हो सकती है। साथ ही कन्या मकर मिथुन कुंभ और तुला राशि वालों को भी माणिक्य नहीं पहनना चाहिए।
सूर्य की पूजा करने से मिलता है लाभ
ज्योतिषियों का कहना है की माणिक्य पहनने वाले यदि सूर्य की पूजा अर्चना करते हैं तो उन्हें अधिकतम लाभ प्राप्त होता है। राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय व्यक्तियों को माणिक्य धारण करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा प्रशासनिक सेवाओं से जुड़े लोगों को भी माणिक के पहनने से लाभ होता है।
इन बीमारियों में भी पहने माणिक्य
पंडित जी ने बताया कि जिन लोगों को हार्ट प्रॉब्लम या आंख से जुड़ी समस्याएं हैं, उनको माणिक्य और रूबी पहनने से लाभ होता है। पित्त- विकार जैसी बीमारी में भी माणिक्य फायदा पहुंचाता है।
माणिक्य धारण करने की विधि
जिन लोगों को माणिक्य धारण करने की सलाह दी जाए, उन्हें नौ या सवा दस रत्ती का माणिक्य तांबे या सोने में जड़वा कर पहनना चाहिए। माणिक्य पहनने का सर्वोत्तम समय रविवार प्रातः काल होता है। धारण करने के पहले उसे गाय के दूध और गंगाजल से शुद्ध करना चाहिए। मानिक के धारण करने के बाद सूर्य देव के मंदिर में दान पुण्य करने से सर्वाधिक लाभ मिलता है।
डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
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