Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Mangal Kavach Ka Path: मंगलवार के दिन करें मंगल कवच का पाठ, कुंडली में बनेंगे जल्द विवाह के योग

    By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi Dwivedi
    Updated: Tue, 26 Dec 2023 07:00 AM (IST)

    Mangal Kavach Ka Path मंगलवार का दिन मंगल ग्रह की पूजा के लिए समर्पित है। अगर आप कुंडली से मंगल ग्रह के बुरे प्रभाव को खत्म करना चाहते हैं तो आपको किसी भी मंगलवार के दिन मंगल कवच का पाठ (Mangal Kavach Benefits) अवश्य करना चाहिए। मान्यता है कि इसका पाठ करने से मंगल दोष समाप्त हो जाता है और जल्द विवाह के योग बनते हैं।

    Hero Image
    Mangal Kavach Ka Path: मंगलवार के दिन करें मंगल कवच का पाठ

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Mangal Kavach Ka Path: मंगलवार के दिन मंगल ग्रह की पूजा का विधान है। कई बार ऐसा होता है कि बनते - बनते काम बिगड़ जाते हैं, और इसके पीछे की वजह भी समझ नहीं आती है। ज्योतिष के अनुसार, विवाह में देरी, कर्ज की समस्या और बनते हुए काम का बिगड़ जाना ये सब मंगल दोष के लक्षण हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ऐसे में अगर आप कुंडली से मंगल ग्रह के बुरे प्रभाव को खत्म करना चाहते हैं, तो आपको किसी भी मंगलवार के दिन मंगल कवच का पाठ (Mangal Kavach Benefits) अवश्य करना चाहिए। मान्यता है कि इसका पाठ करने से मंगल दोष समाप्त हो जाता है और जल्द विवाह के योग बनते हैं।

    ॥मंगल ग्रह कवच॥

    ''अथ मंगल कवचम्''

    अस्य श्री मंगलकवचस्तोत्रमंत्रस्य कश्यप ऋषिः ।

    अनुष्टुप् छन्दः । अङ्गारको देवता ।

    भौम पीडापरिहारार्थं जपे विनियोगः।

    रक्तांबरो रक्तवपुः किरीटी चतुर्भुजो मेषगमो गदाभृत् ।

    धरासुतः शक्तिधरश्च शूली सदा ममस्याद्वरदः प्रशांतः ॥॥

    अंगारकः शिरो रक्षेन्मुखं वै धरणीसुतः

    श्रवौ रक्तांबरः पातु नेत्रे मे रक्तलोचनः ॥॥

    नासां शक्तिधरः पातु मुखं मे रक्तलोचनः ।

    भुजौ मे रक्तमाली च हस्तौ शक्तिधरस्तथा ॥॥

    वक्षः पातु वरांगश्च हृदयं पातु लोहितः।

    कटिं मे ग्रहराजश्च मुखं चैव धरासुतः ॥ ॥

    जानुजंघे कुजः पातु पादौ भक्तप्रियः सदा ।

    सर्वण्यन्यानि चांगानि रक्षेन्मे मेषवाहनः ॥॥

    या इदं कवचं दिव्यं सर्वशत्रु निवारणम् ।

    भूतप्रेतपिशाचानां नाशनं सर्व सिद्धिदम् ॥॥

    सर्वरोगहरं चैव सर्वसंपत्प्रदं शुभम् ।

    भुक्तिमुक्तिप्रदं नृणां सर्वसौभाग्यवर्धनम् ॥

    रोगबंधविमोक्षं च सत्यमेतन्न संशयः ॥॥

    ॥ इति श्रीमार्कण्डेयपुराणे मंगलकवचं संपूर्णं ॥

    मंगल दोष से मुक्ति पाने का मंत्र

    ''ॐ अं अंगारकाय नम: ॐ भौं भौमाय नम:"

    ऊँ नमो भगवते पंचवदनाय पश्चिमुखाय गरुडानना

    मं मं मं मं मं सकल विषहराय स्वाहा।''

    ''ॐ हां हंस: खं ख:

    ॐ हूं श्रीं मंगलाय नम:

    ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:''

    यह भी पढ़ें: Mangalvaar Tips : मंगलवार के दिन भूलकर भी न करें ये काम, रुष्ट होंगे भगवान हनुमान

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'