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    इस तरह मंगल दोष का प्रभाव हो जाएगा कम, दोष की शांति के लिए करें ये उपाय

    By Shilpa SrivastavaEdited By:
    Updated: Thu, 17 Sep 2020 07:00 AM (IST)

    कई जातक ऐसे होते हैं जिनकी कुंडली में 1 4 7 और 12वें भाव में मंगल बैठा होता है। इसे ही मांगलिक दोष कहा जाता है। इसके चलते जातक को अपने जीवन में कई तरह ...और पढ़ें

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    इस तरह मंगल दोष का प्रभाव हो जाएगा कम, दोष की शांति के लिए करें ये उपाय

    कई जातक ऐसे होते हैं जिनकी कुंडली में 1, 4 ,7 और 12वें भाव में मंगल बैठा होता है। इसे ही मांगलिक दोष कहा जाता है। इसके चलते जातक को अपने जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उदाहरण के तौर पर- भूमि से संबंधित कार्यो में बाधा आना, विवाह में देरी होना, कर्जे से मुक्ति न मिलना आदि। ज्योतिषाचार्य पं. दयानंद शास्त्री ने बताया कि मंगल दोष निवारण के लिए विशेष पूजा कराने का विधान है। मंगल दोष की शांति के लिए विशेष दान किया जाता है जिसकी जानकारी हम आपको यहां दे रहे हैं।

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    मंगल दोष शांति के लिए करें ये उपाय और दान:

    1. किसी ब्राह्मण व क्षत्रिय को गेहू, गुड, माचिस, तम्बा, स्वर्ण, गौ, मसूर दाल, रक्त चंदन, रक्त पुष्प, मिष्टान एवं द्रव्य और भूमि दान करने से या लाल वस्त्र पहनने से मंगल दोष दूर होता है। वहीं, लाल कपड़े में मसूर दाल, रक्त चंदन, रक्त पुष्प, मिष्टान एवं द्रव्य लपेटकर किसी नदी में बहा देने से मंगल जनित अमंगल दूर होता है।

    2. तुलसी के पौधे के पास रोज शाम को घी का दिया जलाएं साथ ही तुलसी को मनकों की माला पहनाएं। कृष्ण जी का सच्चे मन से पूजन करें। इनकी एक तस्वीर में पौधे के पास स्थापित कर दें। ध्यान रहे कि तुलसी के पौधे को रविवार को नहीं पूजा जाता है।

    3. जेब या पर्स में चांदी का चौकोर टुकड़ा रखने से कुंडली में मंगल के कारण विवाह में हो रहा विलंब ठीक हो जाएगा।

    4. मांगलिक कुंडली वाले जातकों को हर मंगलवार मंगलदेव का निमित्त विशेष पूजन करना चाहिए। साथ ही लाल मसूर की दाल, लाल कपड़े जैसी मंगलदेव की प्रिय चीजों को दान करना चाहिए।

    5. कुंडली के मंगलदोष को कम करने के लिए हर मंगलवार या हर प्रतिदिन शिवलिंग पर कुमकुम चढ़ाएं।

    6. शुक्ल पक्ष के मंगलवार को चांदी का एक टुकड़ा लें और जमीन में एक गड्ढा कर उस टुकड़े को जमीन में गाढ़ दें। इसमें पानी दें और फिर इस पर तुलसी का पौधा लगा दें। इसका खूब ध्यान रखें। इसमें नियमित तौर पर जल डालते रहें। इससे भी विवाह में आ रही बाधाएं खत्म हो जाती हैं।

    7. शुक्ल पक्ष के मंगलवार को भगवान राम-सीता व हनुमानजी के चित्र की स्थापना करे दीपक जलाकर सुंदरकांड का पाठ करने से किसी युविती के विवाह में आ रही बाधा खत्म हो जाती है।

    8. बंदरों व कुत्तों को गुड व आटे से बनी मीठी रोटी खिलाएं।

    9. मंगल चन्द्रिका स्तोत्र का पाठ करें। साथ ही माँ मंगला गौरी की आराधना करें। इससे मंगल दोष दूर होता है।

    10. कार्तिकेय जी की अगर सच्चे मन से पूजा की जाए तो व्यक्ति के मंगल दोष के दुशप्रभाव में लाभ मिलता है।

    11. मंगलवार के दिन जल में बताशे व गुड की रेवड़ियाँ प्रवाहित करें। ध्यान रहे जल बहता हुआ होना चाहिए।

    12. आटे की लोई में गुड़ रखकर गाय को खिला दें।

    13. मंगली कन्यायें गौरी पूजन तथा श्रीमद्भागवत के 18 वें अध्याय के नवें श्लोक का जप अवश्य करें।

    14. मांगलिक वर अथवा कन्या को अपनी विवाह बाधा को दूर करने के लिए मंगल यंत्र की नियमित पूजा अर्चना करनी चाहिए।

    15. अगर विवाह में देरी हो रही हो तो कन्या के शयनकाल में सर के नीचे हल्दी की गांठ रखकर सुलाना चाहिए। साथ ही सोलहर गुरूवार पीपी के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए।

    16. मंगलवार के दिन हनुमान जी का व्रत करें और हनुमान चालीसा का पाठ भी करें। हनुमान जी को सिन्दूर एवं चमेली का तेल अर्पित करें। इससे मंगल दोष शांत हो जाएगा।

    17. मंगल ग्रह की शांति के लिए महामृत्युजय मंत्र का जप करें। इससे मंगल का कुप्रभाव दूर होता है।

    डिस्क्लेमर-

    ''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. विभिन्स माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी. ''