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    Makar Sankranti 2025: मकर संक्रांति पर करें मां गंगा के नामों का मंत्र जप, मिट जाएंगे सारे पाप

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Mon, 13 Jan 2025 08:41 PM (IST)

    ज्योतिषियों की मानें तो मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2025) से कई राशि के जातकों को शुभ समय शुरू होगा। इन जातकों को करियर और कारोबार में मनमुताबिक सफलता मिलेगी। साथ ही स्वस्थ जीवन व्यतीत करेंगे। इस शुभ अवसर पर साधक अपने पितरों का भी तर्पण एवं पिंडदान करते हैं। मकर संक्रांति के दिन दान करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।

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    Makar Sankranti 2025: सूर्य देव को कैसे प्रसन्न करें?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, 14 जनवरी को मकर संक्रांति है। इस शुभ अवसर पर सूर्य देव राशि परिवर्तन करेंगे। सूर्य देव 14 जनवरी के दिन धनु राशि से निकलकर मकर राशि गोचर करेंगे। सूर्य देव के मकर राशि में गोचर करने की तिथि पर मकर संक्रांति मनाई जाती है। इस दिन से खरमास समाप्त होता है।

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    ज्योतिषियों की मानें तो मकर संक्रांति के दिन कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। इन योग में भगवान भास्कर और मां गंगा की पूजा करने से साधक द्वारा जाने-अनजाने में किए गए पाप कट जाएंगे। साथ ही साधक पर सूर्य देव की असीम कृपा बरसेगी। अगर आप भी मां गंगा की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो मकर संक्रांति के दिन पूजा के समय मां गंगा के नामों का जप करें।

    यह भी पढ़ें: 14 या 15 जनवरी, कब है मकर संक्रांति? एक क्लिक में नोट करें डेट एवं शुभ मुहूर्त

    मां गंगा के 108 नाम

    1. ॐ गंगायै नमः

    2. ॐ विष्णुपादसंभूतायै नमः

    3. ॐ हरवल्लभायै नमः

    4. ॐ हिमाचलेन्द्रतनयायै नमः

    5. ॐ गिरिमण्डलगामिन्यै नमः

    6. ॐ तारकारातिजनन्यै नमः

    7. ॐ ओंकाररूपिण्यै नमः

    8. ॐ अनलायै नमः

    9. ॐ क्रीडाकल्लोलकारिण्यै नमः

    10. ॐ स्वर्गसोपानशरण्यै नमः

    11. ॐ सर्वदेवस्वरूपिण्यै नमः

    12. ॐ अंबःप्रदायै नमः

    13. ॐ सगरात्मजतारकायै नमः

    14. ॐ सरस्वतीसमयुक्तायै नमः

    15. ॐ सुघोषायै नमः

    16. ॐ सिन्धुगामिन्यै नमः

    17. ॐ भागीरत्यै नमः

    18. ॐ भाग्यवत्यै नमः

    19. ॐ भगीरतरथानुगायै नमः

    20. ॐ त्रिविक्रमपदोद्भूतायै नमः

    21. ॐ त्रिलोकपथगामिन्यै नमः

    22. ॐ क्षीरशुभ्रायै नमः

    23. ॐ नरकभीतिहृते नमः

    24. ॐ अव्ययायै नमः

    25. ॐ नयनानन्ददायिन्यै नमः

    26. ॐ नगपुत्रिकायै नमः

    27. ॐ निरञ्जनायै नमः

    28. ॐ नित्यशुद्धायै नमः

    29. ॐ उमासपत्न्यै नमः

    30. ॐ शुभ्राङ्गायै नमः

    31. ॐ श्रीमत्यै नमः

    32. ॐ धवलांबरायै नमः

    33. ॐ आखण्डलवनवासायै नमः

    34. ॐ कंठेन्दुकृतशेकरायै नमः

    35. ॐ अमृताकारसलिलायै नमः

    36. ॐ लीलालिंगितपर्वतायै नमः

    37. ॐ विरिञ्चिकलशावासायै नमः

    38. ॐ त्रिवेण्यै नमः

    39. ॐ पुरातनायै नमः

    40. ॐ पुण्यायै नमः

    41. ॐ पुण्यदायै नमः

    42. ॐ पुण्यवाहिन्यै नमः

    43. ॐ पुलोमजार्चितायै नमः

    44. ॐ भूदायै नमः

    45. ॐ पूतत्रिभुवनायै नमः

    46. ॐ जयायै नमः

    47. ॐ जंगमायै नमः

    48. ॐ जंगमाधारायै नमः

    49. ॐ जलरूपायै नमः

    50. ॐ जगद्धात्र्यै नमः

    51. ॐ जगद्भूतायै नमः

    52. ॐ जनार्चितायै नमः

    53. ॐ जह्नुपुत्र्यै नमः

    54. ॐ नीरजालिपरिष्कृतायै नमः

    55. ॐ सावित्र्यै नमः

    56. ॐ सलिलावासायै नमः

    57. ॐ सागरांबुसमेधिन्यै नमः

    58. ॐ रम्यायै नमः

    59. ॐ बिन्दुसरसे नमः

    60. ॐ अव्यक्तायै नमः

    61. ॐ अव्यक्तरूपधृते नमः

    62. ॐ जगन्मात्रे नमः

    63. ॐ त्रिगुणात्मकायै नमः

    64. ॐ संगत अघौघशमन्यै नमः

    65. ॐ भीतिहर्त्रे नमः

    66. ॐ शंखदुंदुभिनिस्वनायै नमः

    67. ॐ भाग्यदायिन्यै नमः

    68. ॐ नन्दिन्यै नमः

    69. ॐ शीघ्रगायै नमः

    70. ॐ शरण्यै नमः

    71. ॐ शशिशेकरायै नमः

    72. ॐ शाङ्कर्यै नमः

    73. ॐ शफरीपूर्णायै नमः

    74. ॐ भर्गमूर्धकृतालयायै नमः

    75. ॐ भवप्रियायै नमः ।

    76. ॐ सत्यसन्धप्रियायै नमः

    77. ॐ हंसस्वरूपिण्यै नमः

    78. ॐ भगीरतभृतायै नमः

    79. ॐ अनन्तायै नमः

    80. ॐ शरच्चन्द्रनिभाननायै नमः

    81. ॐ दुःखहन्त्र्यैनमः

    82. ॐ शान्तिसन्तानकारिण्यै नमः

    83. ॐ दारिद्र्यहन्त्र्यै नमः

    84. ॐ शिवदायै नमः

    85. ॐ संसारविषनाशिन्यै नमः

    86. ॐ प्रयागनिलयायै नमः

    87. ॐ श्रीदायै नमः

    88. ॐ तापत्रयविमोचिन्यै नमः

    89. ॐ शरणागतदीनार्तपरित्राणायै नमः

    90. ॐ सुमुक्तिदायै नमः

    91. ॐ पापहन्त्र्यै नमः

    92. ॐ पावनाङ्गायै नमः

    93. ॐ परब्रह्मस्वरूपिण्यै नमः

    94. ॐ पूर्णायै नमः

    95. ॐ जंभूद्वीपविहारिण्यै नमः

    96. ॐ भवपत्न्यै नमः

    97. ॐ भीष्ममात्रे नमः

    98. ॐ सिक्तायै नमः

    99. ॐ रम्यरूपधृते नमः

    100. ॐ उमासहोदर्यै नमः

    101. ॐ बहुक्षीरायै नमः

    102. ॐ क्षीरवृक्षसमाकुलायै नमः

    103. ॐ त्रिलोचनजटावासायै नमः

    104. ॐ ऋणत्रयविमोचिन्यै नमः

    105. ॐ त्रिपुरारिशिरःचूडायै नमः

    106. ॐ जाह्नव्यै नमः

    107. ॐ अज्ञानतिमिरापहृते नमः

    108. ॐ शुभायै नमः

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।