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    Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि पर जरूर करें इस स्तोत्र का पाठ, बनी रहेगी महादेव की कृपा

    Updated: Tue, 05 Mar 2024 06:30 PM (IST)

    हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्दशी तिथि पर महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह पर्व शिव-शक्ति के मिलन का पर्व है क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तिथि पर भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था। ऐसे में इस दिन कुछ खास कार्यों द्वारा महादेव की असीम कृपा प्राप्त की जा सकती है।

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    Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि पर जरूर करें इस स्तोत्र का पाठ

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Mahashivratri 2024 Shiv Shadakshar Stotra: महाशिवरात्रि एक ऐसा पर्व है, जिसका सभी हिंदू अनुयायियों को बड़े ही बेसब्री से इंतजार रहता है। साल 2024 में महाशिवरात्रि का पर्व 08 मार्च 2024 को मनाया जाएगा। भगवान शिव को सृष्टि के संहारक के रूप में पूजा जाता है। आज यानि महाशिवरात्रि पर्व के दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है।

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    माना जाता है कि महाशिवरात्रि पर विधिपूर्वक भगवान शिव की आराधना करने से साधक के सभी कष्ट दूर हो सकते हैं। साथ ही सुख-समृद्धि का आशीर्वाद भी मिलता है। ऐसे में आप शिवरात्रि के दिन शिव षडक्षर स्तोत्र का पाठ करके भगवान शिव कृपा प्राप्त कर सकते हैं। आइए पढ़ते हैं भगवान शिव को समर्पित शिव षडक्षर स्तोत्र।

    शिव षडक्षर स्तोत्र (Shiv Shadakshar Stotra Lyrics)

    ॐकारं बिंदुसंयुक्तं नित्यं ध्यायंति योगिनः ।

    कामदं मोक्षदं चैव ॐकाराय नमो नमः ।।

    नमंति ऋषयो देवा नमन्त्यप्सरसां गणाः ।

    नरा नमंति देवेशं नकाराय नमो नमः ।।

    महादेवं महात्मानं महाध्यानं परायणम् ।

    महापापहरं देवं मकाराय नमो नमः ।।

    शिवं शांतं जगन्नाथं लोकानुग्रहकारकम् ।

    शिवमेकपदं नित्यं शिकाराय नमो नमः ।।

    वाहनं वृषभो यस्य वासुकिः कंठभूषणम् ।

    वामे शक्तिधरं देवं वकाराय नमो नमः ।।

    यत्र यत्र स्थितो देवः सर्वव्यापी महेश्वरः ।

    यो गुरुः सर्वदेवानां यकाराय नमो नमः ।।

    षडक्षरमिदं स्तोत्रं यः पठेच्छिवसंनिधौ ।

    शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते ।।

    मिलते हैं ये लाभ

    महादेव को समर्पित शिव षडक्षर स्तोत्र में भगवान शिव के अनादि अनंत स्वरूप का वर्णन किया गया है। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य पर भगवान शिव के षडक्षर स्तोत्र का पाठ करने से भोले शंकर प्रसन्न होते हैं और साधक के जीवन से सभी दुख-दर्द हर लेते हैं। 

    ऐसे करें पूजा

    शिवरात्रि के दिन जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करें। इसके बाद मंदिर जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करें और शिवलिंग पर दूध अर्पित करें। इसके साथ ही पूजा के दौरान शिवलिंग पर धतूरा, बेलपत्र, दही, चंदन आदि भी जरूर अर्पित करें। इस दिन आप शिव जी के मंत्रों और शिव चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं, इससे कई गुना लाभ मिल सकता है। 

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'