Mahabharat Gyan: कृष्ण पर महाभारत के युद्ध को लेकर इन्होंने उठाए थे सवाल, तो भगवान ने दिया ये जवाब
Mahabharat Gyan उद्धव और श्रीकृष्ण बचपन के मित्र हैं। इसलिए उद्धव श्रीकृष्ण की लीला से खूब परिचित थे। उद्धव जानते थे कि कृष्ण भगवान का रूप हैं फिर भी उन्होंने कृष्ण से कभी वरदान नहीं मांगा। हालांकि उद्धव के मन में कृष्ण को लेकर कुछ प्रश्न जरुर थे।

नई दिल्ली, Mahabharat Gyan: महाभारत की कहानी के बारे में हर कोई जानता है। महाभारत में उद्धव नाम के एक पात्र का भी उल्लेख मिलता है। कहते हैं कि कृष्ण और उद्धव के बीच एक गहरा रिश्ता था। उद्धव और श्रीकृष्ण रिश्ते में एक-दूसरे के भाई लगते थे। महाभारत में उद्ध ने कृष्ण से कुछ प्रश्न किए हैं। उद्धव के जिन प्रश्नों का उत्तर श्रीकृष्ण ने गीता में दिया है, उनका उल्लेख उद्धव गीता में मिलता है। तो चलिए जानते हैं उद्धव ने श्रीकृष्ण से क्या-क्या प्रश्न किए हैं और कृष्ण ने उनके क्या उत्तर दिए हैं।
सवाल: हे कृष्ण मुझे बताएं कि सच्चा मित्र कौन होता है?
जवाब: सच्चा मित्र वही इंसान होता है जो जरूरत के समय बिना बोले ही सहायता के लिए चला आए।
सवाल: हे कृष्ण आप पांडवों के सबसे प्रिय मित्र हुआ करते थे। आपको भूत, भविष्य व वर्तमान के बारे में पहले से ही पता होता था। सच्चे मित्र की परिभाषा के अनुसार आपको नहीं लगता कि आपको पांडवों को जुआ खेलने से रोकना चाहिए था।
जवाब: हे उद्धव मुझे पासे के खेल के लिए सभागार में बुलाया ही नहीं गया। चलो मैं खुद से वहां खेल का हिस्सा बनने चला भी जाता पर पांडवों ने मुझे अपने वचन से बांध दिया था। उन्होंने मुझसे प्रार्थना की थी कि जब तक पासे का खेल चल रहा है तब तक मैं सभागार में न जाऊं। दरअसल पांडव अपने दुर्भाग्य का खेल मुझसे छिपा कर खेलने में विश्वास रखते थे। वैसे भी किसी भी खेल को विवेक से जीता जाता है। कौरवों ने ये खेल विवेक से खेला और अपनी तरफ से मामा शकुनी को खेलने के लिए कहा। शकुनी इस खेल के महान ज्ञाता थे। वहीं पांडवों ने मुझे अपनी तरफ से खेलना तो दूर सभा में आने से ही मना कर दिया था।
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