Black Clothes: शुभ कार्य में क्यों नहीं पहने जाते काले कपड़े? धार्मिक के साथ-साथ जानिए वैज्ञानिक कारण
आजकल युवा पीढ़ी में काले रंग के कपड़े पहनना चलन में है। लेकिन हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार किसी मांगलिक या शुभ कार्य में काले या गहरे रंग के कपड़े पहनना शुभ नहीं माना जाता है। इसके पीछे धार्मिक कारण होने के साथ-साथ वैज्ञानिक कारण भी है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस धारणा के पीछे क्या मान्यता प्रचलित है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Black Colour: हिंदू धर्म में किसी भी शुभ अवसर जैसे विवाह या त्योहार आदि पर काले या गहरे रंग के वस्त्र धारण करने की मनाही होती है। इसके स्थान पर हल्के रंग या लाल रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है। लेकिन कई लोग काले रंग के कपड़े पहनने के शौकीन होते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि धार्मिक दृष्टि से किसी शुभ कार्य में काले रंग के कपड़े पहनना क्यों उचित नहीं माना जाता।
क्यों अशुभ है काला रंग
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, काला और गहरा रंग दुर्भाग्य लाने वाला माना जाता है और इसे अक्सर नकारात्मक दृष्टि से देखा जाता है। इसलिए माना जाता है कि काले रंग के कपड़े पहनने से है जीवन में बुरा असर पड़ता है और व्यक्ति की तरक्की में भी बाधा आती है। वहीं, वास्तु शास्त्र में भी घर में काले कपड़े पहनना वर्जित माना गया है।
यह भी है मान्यता
ऐसा माना जाता है कि काले रंग के कपड़े पहनने वाले लोग नकारात्मकता से भरे हुए होते हैं। एक धारणा यह भी है कि काले रंग को आमतौर पर शोक से जोड़कर देखा जाता है। वहीं, ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से काले रंग को राहु और शनि का रंग माना जाता है। ऐसे में जो व्यक्ति अधिकतर काले रंग के कपड़े धारण करता है, उसे जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
वैज्ञानिक कारण
विज्ञान की दृष्टि से काला रंग ऊष्मा का अवशोषक होता है। साथ ही यह रंग अपने आसपास की ऊर्जा को अपने अंदर सोख सकता है। यदि गर्मी में काले रंग के कपड़े पहने जाए तो ये अधिक ऊष्मा अवशोषित करता है, जो सेहत की दृष्टि से भी ठीक नहीं माना गया। वहीं, साइकोलॉजी के अनुसार जो लोग काले रंग को पसंद करते हैं उनका मन से शांत नहीं रहता। वह अपने आसपास की सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित कर लेते हैं।
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