वह दिन जो आए बार-बार! जानें ईद का मतलब
देश में ईद-उल फितर का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। रमजान माह के बाद यह त्यौहार जबरदस्त रौनक लेकर आता है। लोगों को इसका बेसब्री से इंतजार होता है। जानें ईद का मतलब...
स्थायी खुशी और ईनाम
हर उम्र के लोगों को ईद-उल फितर के त्यौहार का तहे दिल से इंतजार होता है। माहे रमजान के बाद इस पर्व को काफी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन सभी लोग नए कपड़े पहन कर गले मिलते हैं। एक दूसरे को ईद की मुबारक बाद देते हैं। इसके अलावा इस खास दिन पर घरों में अच्छे-अच्छे पकवान भी बनाए जाते हैं। हालांकि सही मायने में देखा जाए तो ईद का मतलब यह नहीं अच्छे-अच्छे कपड़े पहन कर अपने आपको संवार लिया जाए। बल्कि ईद का मतलब रब की सजा और पकड़ से बचना होता है। ईद का अर्थ है कि वह खुशी जो बार-बार लोगों की जिंदगी में आए। इतना ही नहीं 30 रोजों की कड़ी तपस्या के बाद मिलने वाली स्थायी खुशी और ईनाम को ईद कहते है।
गुनाहों से तौबा करते
हकीकत में ईद उन्हीं लोगों की होती है जो लोग गुनाहों से तौबा करते हैं। इसके अलावा गरीबों की ख्वाहिशों का ख्याल रखते हैं। यतीमों की खुशियों को पूरा करने की कोशिश करते हैं। उन्हें कपड़े, मिठाई और खिलौने आदि देते हैं। जो लोग एक-दूसरे को समझने और समझाने का प्रयास करते हैं। अपने व बेगानों सबके साथ खुशियां बांटकर उनके गमों को साझा करते हैं। इसके साथ ही जो लोग अपने आप की पहचान करने के साथ ही परमात्मा की पहचान को यकीनी बनाए रखते हैं। हकीकत में ईद ऐसे लोगों की ही होती है। सही मायने में ईद का यही अर्थ होता है।