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    Kharmas 2024: खरमास में करेंगे इन मंत्रों का जप, तो सूर्य देव देंगे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद

    खरमास वह अवधि है जब सूर्य देव बृहस्पति की राशि यानी धनु या फिर मीन राशि में प्रवेश करते हैं। रविवार 15 दिसंबर से सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं इसलिए इस दिन को धनु संक्रांति के रूप में भी जाना जाता है। इसका समापन मंगलवार 14 जनवरी 2025 को होगा। ऐसे में चलिए जानते हैं सूर्य देव की कृपा प्राप्ति के उपाय।

    By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Wed, 11 Dec 2024 05:46 PM (IST)
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    Kharmas 2024 खरमास में करें इन मंत्रों का जप।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में अन्य देवी-देवताओं की तरह ही सूर्य देव की भी पूजा की जाती है। सूर्य को जल अर्पित करना काफी शुभ माना जाता है। खरमास में सूर्य देव की आराधना करने से साधक को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। इससे साधक को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और उसके कार्य में आ रही बाधाएं दूर हो सकती हैं। ऐसे में आप सूर्य देव की कृपा प्राप्ति के लिए सूर्य देव के मंत्रों (Kharmas 2024 Mantras) का जप कर सकते हैं।

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    सूर्यदेव के मंत्र (Kharmas 2024 Mantra Jap) -

    ॐ घृणि सूर्याय नम:।

    बीज मन्त्र - ॐ ह्राँ ह्रीँ ह्रौं स: सूर्याय नम:।

    सूर्य गायत्री मंत्र - ॐ आदित्याय विद्महे, प्रभाकराय धीमहि, तन्नः सूर्यः प्रचोदयात्॥

    प्रातः सूर्य स्मरण मंत्र -

    प्रातः स्मरामि खलु तत्सवितुर्वरेण्यं

    रूपं हि मंडलमृचोऽथ तनुर्यजूंषि।

    सामानि यस्य किरणाः प्रभवादिहेतुं

    ब्रह्माहरात्मकमलक्ष्यमचिन्त्यरूपम्‌॥

    सूर्यमंडल अष्टक स्तोत्रम्

    नमः सवित्रे जगदेकचक्षुषे जगत्प्रसूतिस्थितिनाश हेतवे ।

    त्रयीमयाय त्रिगुणात्मधारिणे विरञ्चि नारायण शंकरात्मने ॥

    यन्मडलं दीप्तिकरं विशालं रत्नप्रभं तीव्रमनादिरुपम् ।

    दारिद्र्यदुःखक्षयकारणं च पुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम् ॥

    यन्मण्डलं देवगणै: सुपूजितं विप्रैः स्तुत्यं भावमुक्तिकोविदम् ।

    तं देवदेवं प्रणमामि सूर्यं पुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम् ॥

    यन्मण्डलं ज्ञानघनं, त्वगम्यं, त्रैलोक्यपूज्यं, त्रिगुणात्मरुपम् ।

    समस्ततेजोमयदिव्यरुपं पुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम् ॥

    यन्मडलं गूढमतिप्रबोधं धर्मस्य वृद्धिं कुरुते जनानाम् ।

    यत्सर्वपापक्षयकारणं च पुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम् ॥

    यन्मडलं व्याधिविनाशदक्षं यदृग्यजु: सामसु सम्प्रगीतम् ।

    प्रकाशितं येन च भुर्भुव: स्व: पुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम् ॥

    यन्मडलं वेदविदो वदन्ति गायन्ति यच्चारणसिद्धसंघाः ।

    यद्योगितो योगजुषां च संघाः पुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम् ॥

    यन्मडलं सर्वजनेषु पूजितं ज्योतिश्च कुर्यादिह मर्त्यलोके ।

    यत्कालकल्पक्षयकारणं च पुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम् ॥

    यन्मडलं विश्वसृजां प्रसिद्धमुत्पत्तिरक्षाप्रलयप्रगल्भम् ।

    यस्मिन् जगत् संहरतेऽखिलं च पुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम् ॥

    यन्मडलं सर्वगतस्य विष्णोरात्मा परं धाम विशुद्ध तत्त्वम् ।

    सूक्ष्मान्तरैर्योगपथानुगम्यं पुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम् ॥

    यन्मडलं वेदविदि वदन्ति गायन्ति यच्चारणसिद्धसंघाः ।

    यन्मण्डलं वेदविदः स्मरन्ति पुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम् ॥

    यन्मडलं वेदविदोपगीतं यद्योगिनां योगपथानुगम्यम् ।

    तत्सर्ववेदं प्रणमामि सूर्य पुनातु मां तत्सवितुर्वरेण्यम् ॥

    मण्डलात्मकमिदं पुण्यं यः पठेत् सततं नरः ।

    सर्वपापविशुद्धात्मा सूर्यलोके महीयते ॥

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    इस तरह करें पूजन

    खरमास (Kharmas 2024 Upay) में रोजाना सूर्योदय के समय सूर्य देव को जल जरूर अर्पित करें। इसके लिए सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि से निवृत हो जाएं। इसके बाद एक तांबे के लोटे में जल में थोड़ी-सी हल्दी और गुड़हल का फूल डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। अर्घ्य देने के दौरान ॐ घृणिः सूर्याय नमः मंत्र का जप करते रहें। ऐसा करने से साधक को सूर्य देव की विशेष कृपा की प्राप्ति होती है और उसके आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है।

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    सूर्य देव को अर्पित करें ये चीजें

    सूर्य देव की कृपा प्राप्ति के लिए आप उन्हें खरमास में पूजा के दौरान लाल रंग के फूल, गेंहू, लाल चंदन आदि अर्पित कर सकते हैं। ऐसा करने से साधक के जीवन में आ रही सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और उसे सुख-शांति की प्राप्ति होती है। 

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।