Lucky Pendant: गले में भगवान का लॉकेट पहनने से पहले जान लें ये बात, वरना करना पड़ेगा मुश्किलों का सामना
Lucky Pendant शास्त्रों के अनुसार अधिकतर लोग अपने इष्ट देव संबंधित लॉकेट गले में पहन लेते हैं। लेकिन गले में इस तरह का लॉकेट पहनना कितना सही है। इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। जानिए लॉकेट पहनते है तो किन बातों का ख्याल रखना है जरूरी।

नई दिल्ली, Lucky Pendant: आज के समय में अधिकतर लोग गले में सोने की चैन या फिर अन्य विभिन्न तरह के लॉकेट पहनते हैं। लेकिन कई लोग धर्म के हिसाब से गले में चिन्ह, अल्फाबेट या फिर देवी-देवता वाले लॉकेट या फिर तुलसी, रुद्राक्ष से बनी माला पहन लेते हैं। अधिकतर लोगों का मानना है कि ऐसा करने से देवी-देवता की कृपा हमेशा उनके ऊपर बनी रहती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके द्वारा देवी-देवता के पहने जाने वाले लॉकेट का शुभ के अलावा अशुभ फल भी पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किस धातु का आप लॉकेट पहन रहे है इसका असर भी व्यक्ति की तरक्की, स्वास्थ्य या फिर आर्थिक स्थिति पर पड़ता है। अगर आप भी देवी-देवता के लॉकेट धारण किए हुए है, तो इन बातों का जरूर ध्यान रखें।
क्या देवी-देवता का लॉकेट पहनना शुभ?
शास्त्रों और पंडितों के हिसाब से देवी-देवता के चित्र वाले लॉकेट किसी को भी नहीं पहनना चाहिए। क्योंकि भगवान की आराधना स्वच्छ मन और शरीर के की जाती है। यहां तक कि भगवान की तस्वीर को भी स्वच्छता के साथ स्पर्श करते हैं। ऐसे में गले में देवी-देवता के चित्र वाला लॉकेट पहनने से वह खंडित हो सकता है। क्योंकि भागदौड़ में आप शुद्धता का पूरा ध्यान नहीं रख सकते हैं। शौच, खानपान के कारण भी आपका लॉकेट खंडित हो सकता है। अगर आपको अपने इष्ट देव का लॉकेट पहनना ही है, तो शौच जाने से पहले इसे उतार दें या फिर खान पान करने के बाद हाथ जरूर दो लें। जिससे शुद्धा पूरी तरह से बरकरार रहें।
कैसे लॉकेट पहनना शुभ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आप लॉकेट पहनना चाहते है, तो देवी-देवता से संबंधित यंत्र पहन सकते हैं। लेकिन पहनने के साथ ही शुद्धता पूरा ध्यान रखें। क्योंकि अशुद्ध होकर छुने से देवी-देवता रुष्ट हो सकते हैं। इसके साथ ही अगर सोना, चांदी या पीतल आदि धातु से संबंधित लॉकेट पहन रहे हैं, तो ज्योतिष से जरूर संपर्क करें।
Pic Credit- Freepik
डिसक्लेमर
इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।