Kartik Purnima 2022: कार्तिक पूर्णिमा पर इस उत्तम समय पर करें पवित्र स्नान और दीपदान
Kartik Purnima 2022 कार्तिक मास के पूर्णिमा तिथि के दिन विशेष व्रत रखा जाता है। इस विशेष दिन पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और दीपदान करते हैं। बता दें कि शुभ मुहूर्त में किए गए दीपदान से शुभ परिणाम प्राप्त होता है।

नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Kartik Purnima 2022 Shubh Muhurat: भगवान विष्णु को समर्पित कार्तिक पूर्णिमा व्रत का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और उनसे परिवार के कल्याण की प्रार्थना की जाती है। इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा दो दिन यानि 7 और 8 नवम्बर (Kartik Purnima 2022 Date) के दिन मनाई जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि इस वर्ष साल का अंतिम चंद्र ग्रहण पूर्णिमा तिथि के दिन लग रहा है। जिस वजह से देव दीपावली पर्व भी 7 नवम्बर के दिन ही मनाया जाएगा। बता दें कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पवित्र नदी में स्नान करते हैं और दीपदान करते हैं। 8 नवम्बर के दिन शाम के समय चंद्र ग्रहण के कारण दीपदान 7 तारिख को किया जाएगा। हिन्दू पंचांग में स्नान और दान के शुभ मुहूर्त बताए गए हैं। आइए जानते हैं-
कार्तिक पूर्णिमा दीपदान समय (Kartik Purnima 2022 Deep Daan)
पंचांग के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली पर्व 7 नवम्बर 2022 के दिन मनाया जाएगा। इसी दिन संध्या काल में दीपदान किया जाएगा। साथ ही चंद्रमा की पूजा भी इसी दिन की जाएगी। हिन्दू पंचांग में देव दीपावली का शुभ मुहूर्त शाम 05:14 से शाम 07:49 तक निर्धारित किया गया है।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान कब? (Kartik Purnima 2022 Snan)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार उदयातिथि के अनुसार स्नान एवं दान करने का विशेष महत्व है। इसलिए भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए पवित्र नदी में स्नान 8 नवम्बर के दिन करें। इस बात का ध्यान रखें कि इस दिन चंद्र ग्रहण लगा जाएगा। जिस वजह से सूतक काल का भी ध्यान रखें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन सूतक काल सुबह आठ बजे लग जाएगा। इसलिए आठ बजे से पहले पवित्र स्नान करने का प्रयास करें और व्रत का संकल्प लें। ज्योतिषाचार्य यही सुझाव घर पर स्नान और दान करने वाले भक्तों को भी दे रहे हैं।
डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
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