Kal Kitab Ke Totke: जीवन की हर समस्या को होगा निदान, आज ही आजमाएं काली किताब के ये टोटके
आपने लाल किताब के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन आज हम आपको काली किताब के बारे में बताने जा रहे हैं। काली किताब के उपाय या टोटके भी आपके काफी काम आ सकते हैं। काली किताब मुख्य तौर पर तंत्र-मंत्र और जादू-टोटके की किताब है जिसे लेकर यह माना जाता है कि इसमें जीवन से जुड़ी तमाम परेशानियों के उपायों बताए गए हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। लाल किताब की तरह ही काली किताब भी ज्योतिष का एक ग्रंथ है, जो ज्योतिष विद्या के मौलिक सिद्धांतों पर आधारित है। ऐसा माना जाता है कि इस किताब के अंदर व्यक्ति के जीवन से जुड़ी हर छोड़ी-बड़ी परेशानी का हल दिया गया है। चलिए जानते हैं, काली किताब में वर्णित कुछ ऐसे ही उपाय, जो धन की समस्या से लेकर लड़ाई-झगड़े की स्थिति में भी लाभ दिला सकते हैं।
मिलेगा धन लाभ
108 बेल पत्र लेकर उनपर चंदन से ॐ नमः शिवाय लिखकर इसे शिवलिंग पर अर्पित करें। यह उपाय आपको लगातार 31 दिनों तक करना होगा। इससे घर में सुख-शांति का वास बना रहता है। साथ ही धन लाभ भी देखने को मिलता है। यह उपाय श्रावण माह में करना अधिक लाभदायक माना जाता है।
भाग्य होगा उदय
अपने भाग्योदय के लिए प्रातः उठकर अपने हाथों को अच्छे से रगड़ते हुए उसे देखें और फिर हाथ देखकर तीन बार चूमें। इसके बाद ही अपने पांव धरती पर रखें। काली किताब में बताए गए इस उपाय को रोजाना करने से आपका भाग्योदय हो सकता है और आप एक सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव करते हैं।
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दूर होंगे लड़ाई-झगड़े
यदि पति-पत्नी के बीच हमेशा अनबन की स्थिति बनी रहती है, तो इसके लिए आप ये उपाय कर सकते हैं। ऐसे में रात को सोने से पहले पत्नी अपने बिस्तर के नीचे देसी कपूर रख ले और पति के बिस्तर के नीचे कामिया सिंदूर (देवी कामाख्या का सिंदूर) रख दें। अब अगले दिन सुबह उठकर पति द्वारा उस कपूर को जला देना चाहिए और पत्नी को उस सिंदूर का छिड़काव पूरे घर में करना चाहिए। ऐसा करने से जल्द ही दोनों के बीच लड़ाई-झगड़े की स्थिति समाप्त होने लगती है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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