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    Parivartini Ekadashi 2024: परिवर्तिनी एकादशी पर करें इन खास चीजों का दान, मिलेगी भगवान विष्णु की असीम कृपा

    Updated: Sat, 14 Sep 2024 11:37 AM (IST)

    परिवर्तिनी एकादशी का व्रत हिंदुओं में बेहद शुभ माना जाता है। इस उपवास को रखने से सौभाग्य में वृद्धि होती है। हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार इस उपवास का पालन करने से सभी पाप धुल जाते हैं। साथ ही श्री हरि विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है जो लोग जीवन की सभी मुश्किलों से छुटकारा पाना चाहते हैं उन्हें इस व्रत का पालन अवश्य करना चाहिए।

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    Parivartini Ekadashi 2024: करें इन चीजों का दान।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। परिवर्तिनी एकादशी का विशेष महत्व है। यह पर्व भगवान विष्णु के साथ धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन श्री हरि की पूजा भाव के साथ करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में बरकत का वास होता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार यह व्रत (Parivartini Ekadashi 2024) 14 सितंबर यानी आज रखा जा रहा है, तो चलिए इस दिन किन चीजों का दान करना चाहिए? उसके बारे में जानते हैं।

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    करें इन चीजों का दान (Parivartini Ekadashi 2024 Daan)

    परिवर्तिनी एकादशी पर अन्न दान, कामधेनु गाय की प्रतिमा, पीले फल, तुलसी के पौधे, मोरपंख, आदि का दान शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस शुभ अवसर पर इन चीजों का दान करने से सुख और शांति की प्राप्ति होती है। साथ ही घर के अन्न-धन में बरकत बनी रहती है। वैसे भी हिंदू धर्म में दान-पुण्य का विशेष महत्व है। इसी वजह से एकादशी पर दान करना बहुत अच्छा माना जाता है।

    परिवर्तिनी एकादशी कब है? (Parivartini Ekadashi 2024 Shubh Muhurat)

    पंचांग के आधार पर भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी (Parivartini Ekadashi) तिथि 13 सितंबर, 2024 को रात 10 बजकर 30 मिनट पर शुरू हो चुकी है। वहीं, इसका समापन दिन रविवार 14 सितंबर, 2024 को रात 08 बजकर 41 मिनट पर होगा। उदयातिथि को देखते हुए 14 सितंबर को परिवर्तिनी एकादशी का व्रत रखा जा रहा है।

    भगवान विष्णु मंत्र (Parivartini Ekadashi 2024 Mantra)

    • ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
    • ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्‍टं च लभ्यते।।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

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