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    Vishnu And Lakshmi Story: जाने क्या है देवी लक्ष्मी द्वारा भगवान विष्णु के चरण दबाने की अनोखी कहानी

    By Jagran NewsEdited By: Shivani Singh
    Updated: Mon, 09 Jan 2023 03:13 PM (IST)

    Know why Devi Lakshmi presses God Vishnu feet विभिन्न तस्वीरों और फिल्मों आदि में देवी लक्ष्मी को श्री हरि विष्णु के चरणों में बैठकर उन्हें दबाते हुए दिखाया जाता है। आखिर इसके पीछे क्या रहस्य है? जानिए पौराणिक कथा।

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    Vishnu And Lakshmi Story: जाने क्या है देवी लक्ष्मी द्वारा भगवान विष्णु के चरण दबाने की अनोखी कहानी

    नई दिल्ली, Maa Lakshmi: जब भी धन की देवी लक्ष्मी को उनके पति श्री हरि विष्णु के साथ दिखाया जाता है। तब ज्यादातर वे उनके चरणों में बैठी हुई नजर आती हैं। इन तस्वीरों में वे भगवान के चरण दबा रही होती हैं। कभी आपने सोचा है, कि आखिर इसके पीछे क्या कारण हो सकता है।

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    अनोखी है वजह

    पंडित रामजी बाजपेई ने इससे जुड़ी कुछ रोचक कथाएं सुनाते हुए कहा, कि भगवान का कोई भी कार्य यूं ही नहीं होता बल्कि उसके पीछे कोई ना कोई वजह जरूर होती है। इस कार्य के पीछे भी एक विशेष कारण है। देवी एक पतिव्रता नारी तो हैं ही साथ ही वह भगवान विष्णु की सच्ची अर्धांगिनी हैं। इसलिए उनके द्वारा किए जा रहे सभी कार्यों में सहयोग करने को सदा तत्पर रहती हैं। राक्षसों को नियंत्रित करने के लिए भगवान विष्णु असुर गुरु शुक्राचार्य को भी नियंत्रित करना चाहते हैं, और देवि का यह कार्य इसी से संबंधित है।

    शुक्राचार्य पर नियंत्रण

    विष्णु पुराण के अनुसार एक बार नारद जी ने महालक्ष्मी से प्रश्न किया कि वे सदैव प्रभु के चरण क्यों दबाती रहती हैं। इस पर देवी ने जवाब दिया की स्त्रियों की हथेलियों में देव गुरु बृहस्पति निवास करते हैं और पुरुषों के चरणों में दैत्यगुरु शुक्राचार्य का निवास होता है। इसलिए वे भगवान के चरण दबाती रहती हैं, ताकि देव दानव दोनों के मिलन के साथ साथ शुक्राचार्य नियंत्रण में रहें।

    इस कार्य से धन लाभ भी होता है

    एक अन्य कथा के अनुसार देवी अपनी बहन अलक्ष्मी जो दरिद्रता, दुख और विवाद का कारण बनती है, तो भगवान से दूर रखने के लिए ऐसा करती हैं। वास्तव में अलक्ष्मी को देवी लक्ष्मी और विष्णु जी का साथ पसंद नहीं था, इसलिए उन दोनों के बीच हमेशा आ जाती थी। इस बात से रुष्ट होकर महालक्ष्मी ने उन्हें श्राप दिया कि जहां भी गंदगी, ईर्ष्या, लालच, आलस और विवाद होगा वहीं वह निवास करेगी, और मृत्यु का देवता उनका पति बनेगा। तबसे देवी सदैव भगवान के चरण साफ करती हैं, ताकि गंदगी के कारण अलक्ष्मी वहां ना सके। उससे दूर रहने से धन लाभ भी होता है।

    डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।