वृंदावन में रंगोत्सव को जुटने लगे हुरियार
रंगभरनी एकादशी तीन बाद है। इस दिन ठा. बांके बिहारी और अन्य मंदिरों, मठ और कुंज-निकुंज में मनाए जाने वाले रंगोत्सव को बड़े पैमान पर हुरियारे श्रीधाम में जुटने लगे हैं। भक्तों को ठहराने के लिए आश्रमों में इंतजाम किए जा चुके हैं।
वृंदावन। रंगभरनी एकादशी तीन बाद है। इस दिन ठा. बांके बिहारी और अन्य मंदिरों, मठ और कुंज-निकुंज में मनाए जाने वाले रंगोत्सव को बड़े पैमान पर हुरियारे श्रीधाम में जुटने लगे हैं। भक्तों को ठहराने के लिए आश्रमों में इंतजाम किए जा चुके हैं।
श्रद्धालुओं के तेजी से आने पर होटल और गेस्ट हाउस की बुकिंग में अचानक इजाफा शुरू हो गया है। वृंदावन में ठा. बांके बिहारी संग रंग से होली खेलने को देश ही नहीं विदेशों से भी हजारों भक्त आते हैं। रंगभरनी एकादशी एक मार्च को है। लेकिन बुधवार से ही श्रद्धालुओं की भीड़ श्रीधाम में तेजी से जुटने लगी है।
उधर आश्रमों में जगह-जगह भागवत कथा और अन्य धार्मिक आयोजन शुरू हो चुके हैं। इसमें भाग लेने और ब्रज रज में रंगने को दक्षिण भारत मुंबई, कोलकाता, बिहार, उड़ीसा, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड आदि प्रांतों के श्रद्धालुओं की भीड़ तेजी से आ रही है।
भजन, फाग और होली गीतों की बहार आश्रमों और कुंज-निकुंज में भजनों, फाग और होली गीतों की फगुनियां बयार इन दिनों खूब चल रही है। यहां भक्त एक-दूसरे को गुलाल लगा आनंदित हो रहे हैं।
चौराहों पर पुलिस रही अलर्ट-
भीड़ के मद्देनजर शहर के प्रत्येक चौराहे
और तिराहे के अलावा ठा.बांके बिहारी मंदिर और पालिका चौराहे पर पुलिस ने खास इंतजाम किए। कोतवाली प्रभारी अखिलेश त्रिपाठी के अनुसार वह स्वयं पेट्रोलिंग कर रहे हैं।
रंगोत्सव को जुटने लगे हुरियारे
नहीं मिली बस-
भुवनेश्वर उड़ीसा से आए बल्लभ नायक, बीना नायक, जानकी पटवर्धन और वीना पटवर्धन ने बताया कि वे ट्रेन से मथुरा रेलवे स्टेशन तक तो आराम से आ गए, लेकिन स्टेशन से उन्हें बस न मिलने के कारण टेंपो से आना पड़ा। इस दौरान उनको बहुत दिक्कत हुई।
पुराने स्थल पर ही लगेगा मेला-
गांव जटवारी में होली पर लगने वाले पंडा मेला का आयोजन पुराने स्थान पर ही होगा। पंचायत ने मेले के स्थानातंरण की मांग को नकार कर उसी स्थान पर तैयारी करने की बात कही है।
थाना शेरगढ के गांव जटवारी में पांच मार्च को पंडा मेला का आयोजन होगा। रात में होने वाले इस आयोजन के स्थान को छोटा होने के कारण इसे बदले जाने के लिए जोर शोर से मांग उठी थी। इसी को लेकर विगत दिवस ग्रामीणों ने पंचायत कर इस पर मंथन किया।
बकौल पंचों ने पुरातन काल से चली आ रही परंपरा को बिगाड़ने से परहेज करने की सलाह दी है। वक्ताओं का कहना था कि वर्षों से यहां मेला होता चला आया है। ऐसे में इस पौराणिक महत्व वाले स्थान को कतई बदला नहीं जाएगा। हालांकि ग्रामीणों ने मेला स्थल पर जिला प्रशासन से व्यवस्थाएं किए जाने की मांग की है। इस बीच पुलिस प्रशासन ने कुंड एवं मेला स्थल का निरीक्षण कर वहां की सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींचा है।
शेरगढ़ थानाध्यक्ष ने वहां एकजुट होने वाली भीड़ के बारे में जानकारी की है। वहीं मेला स्थल की बैरीकेडिंग एवं अन्य आयोजनों के बारे में भी जानकारी मांगी है। ग्राम प्रधान प्रतिनधि भंवर सिंह ने बताया कि इस बार मेले को और भव्य रूप दिया जाएगा। इसके लिए गांव में जोर शोर से तैयारियां की जा रही है।
प्रहलाद नगरी फालैन में पांच एवं
छह मार्च को आयोजित होने वाले पंडा मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर थाना पुलिस ने योजना बनाई है। इसको लेकर थानाध्यक्ष शंभूनाथ ने तालाब एवं पूरे आयोजन की जानकारी कर वहां का सुरक्षा चक्र पर चर्चा की है। उधर पंडा हीरालाल ने बताया कि मौसम एवं फसल से पूर्व पड़ रहे त्यौहार के चलते इस बार पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है।