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Holashtak 2023: इस दिन से शुरू होगा होलाष्टक, इन बातों का रखें विशेष ध्यान

Holashtak 2023 होली पर्व में अब कुछ ही दिन बचे हुए हैं। ऐसे में इस पर्व से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बातों को जान लेना आवश्यक है। बता दें कि होलिका दहन से आठ दिन पहले से होलाष्टक शुरू हो जाता है जिसमें मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है।

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraPublished: Fri, 27 Jan 2023 06:07 PM (IST)Updated: Fri, 27 Jan 2023 06:07 PM (IST)
Holashtak 2023 इस दिन से शुरू हो जाएगा होलाष्टक, जानें कुछ महत्वपूर्ण नियम।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Holashtak 2023: हिन्दू धर्म में रंगों के त्यौहार होली पर्व का विशेष महत्व है। लेकिन होली से पहले होलिका दहन किया जाता है, जिसे अच्छाई पर हुई बुराई का प्रतीक माना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन होलिका दहन किया जाता है और अगले दिन होली खेली जाती है। लेकिन आपको बता दें कि होलिका दहन से 8 दिन पहले से होलाष्टक प्रारंभ हो जाता है, जिसमें सभी मांगलिक कार्यों पर पाबंदी लग जाती है और इसका समापन होलिका दहन के साथ होता है। होलाष्टक की अवधि में कुछ विशेष नियमों का पालन किया जाता है। आइए जानते हैं कब से शुरू हो रहा है होलाष्टक और इस दौरान किन बातों का रखना चाहिए ध्यान।

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होलाष्टक 2023 प्रारंभ तिथि

हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 06 मार्च के दिन दोपहर 02:47 पर हो रहा है और इसका समापन 07 मार्च शाम 04:39 पर होगा। होलिका दहन 07 मार्च, मंगलवार के दिन किया जाएगा। ऐसे में होलाष्टक 28 फरवरी 2023, मंगलवार से 07 मार्च 2023, मंगलवार तक रहेगा।

होलाष्टक के दौरान करें इन नियमों का पालन

  • होलाष्टक की अवधि में सभी मांगलिक कार्य जैसे- जनेऊ, विवाह, मुंडन समेत 16 संस्कारों पर पाबंदी लग जाती है।

  • इस अवधि में चल-अचल संपत्ति या वाहन और गहने खरीदना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से अशुभ प्रभाव का भय बढ़ जाता है।

  • होलाष्टक की अवधि में नौकरी बदलने से भी बचना चाहिए। इस अशुभ समय का नकारात्मक प्रभाव कार्यक्षेत्र पर भी पड़ सकता है।

  • होलिका दहन से पहले इन आठ दिनों में नया व्यापार भी नहीं शुरू करना चाहिए। इससे नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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