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Hanuman Jayanti 2024: कब है हनुमान जयंती? जानिए तिथि और इसका धार्मिक महत्व

हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti 2024) के दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को परेशानियों से मुक्ति मिलती है और उनके जीवन में सुख और शांति आती है। इसके अलावा शनि से संबंधित चुनौतियों पर काबू पाने के लिए हनुमान जयंती का व्रत शुभ माना जाता है। इस साल की पहली हनुमान जयंती 23 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Published: Thu, 28 Mar 2024 02:46 PM (IST)Updated: Thu, 28 Mar 2024 02:46 PM (IST)
Hanuman Jayanti 2024: कब है हनुमान जयंती? जानिए तिथि और इसका धार्मिक महत्व
Hanuman Jayanti 2024: कब है हनुमान जयंती 2024?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती साल में दो बार मनाई जाती है। एक चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा और दूसरी कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस साल की पहली हनुमान जयंती 23 अप्रैल, 2024 दिन मंगलवार को मनाई जाएगी। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान हनुमान का अवतरण पृथ्वी लोक पर हुआ था।

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यही कारण है कि इस दिन वीर बजरंगबली की पूजा का विधान है। ऐसी मान्यता है कि हनुमान पूजन से जीवन के बड़े से बड़े संकट को दूर किया जा सकता है।

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कब है हनुमान जयंती 2024?

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल चैत्र शुक्ल पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 23 अप्रैल, 2024 दिन मंगलवार को प्रातः 03 बजकर 25 मिनट पर होगी। इसके साथ ही इसका समापन 24 अप्रैल, 2024 दिन बुधवार प्रात: 05 बजकर 18 मिनट पर होगा। उदया​तिथि को देखते हुए इस बार हनुमान जयंती 23 अप्रैल को मनाई जाएगी।

हनुमान जयंती, 2024 का महत्व

हिंदू धर्म में इस दिन का बहुत महत्व है और मंगलवार को पड़ने की वजह से इसका महत्व और भी बढ़ गया है। माना जाता है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा और अर्चना करने से व्यक्ति को परेशानियों से मुक्ति मिलती है और उनके जीवन में सुख और शांति आती है। इसके अलावा शनि से संबंधित चुनौतियों पर काबू पाने के लिए हनुमान जयंती का व्रत शुभ माना जाता है।

इस विशेष दिन पर बजरंगबली की पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है और व्यक्ति को भूत-प्रेत से जुड़ी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।

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डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


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