Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Guruwar 2025 Upay: करियर में सफलता दिलाएंगे साल के पहले गुरुवार के ये उपाय, धन-संपत्ति में भी होगी वृद्धि

    ज्योतिषियों की मानें तो पौष माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि (Guruwar 2025 Upay) पर हर्षण एवं रवि योग का संयोग बन रहा है। हर्षण योग का संयोग दोपहर 02 बजकर 58 मिनट रहेगा। वहीं रवि योग का संयोग रात 11 बजे से अगली सुबह 07 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। हर्षण योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।

    By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Wed, 01 Jan 2025 03:53 PM (IST)
    Hero Image
    Guruwar 2025 Upay: गुरुवार का धार्मिक महत्व

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। इस शुभ अवसर पर लक्ष्मी नारायण जी की पूजा की जाती है। साथ ही महिलाएं गुरुवार का व्रत रखती हैं। इस व्रत को करने से घर में सुख एवं शांति बनी रहती है। वहीं, धन-संपत्ति एवं यश-कीर्ति में वृद्धि होती है। ज्योतिष भी आर्थिक तंगी से निजात पाने के लिए गुरुवार के दिन लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने की सलाह देते हैं। अगर आप भी करियर में सफलता पाना चाहते हैं, तो गुरुवार के दिन भक्ति भाव से भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय ये उपाय जरूर करें।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ें: मेष से लेकर मीन तक वार्षिक राशिफल 2025

    गुरुवार के उपाय

    • साल के पहले गुरुवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करें। वहीं, पूजा के समय लक्ष्मी नारायण जी को श्रीफल अर्पित करें। भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी को नारियल अति प्रिय है।
    • अगर आप सुखों में वृद्धि पाना चाहते हैं, तो नए साल के पहले गुरुवार पर भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी को गुड़ मिश्रित खीर का प्रसाद अर्पित करें। इस उपाय को करने से शुक्र मजबूत होता है।
    • अगर आप भगवान विष्णु की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो गुरुवार के दिन भक्ति भाव से नारायण की पूजा करें। वहीं, पूजा के बाद पीले रंग की चीजें जैसे हल्दी, बेसन, चने की दाल, लड्डू आदि चीजें अर्पित करें।
    • ज्योतिष कुंडली में गुरु मजबूत करने के लिए गुरुवार के दिन पीले रंग के कपड़े पहनने की सलाह देते हैं। इसके लिए गुरुवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद पीले रंग के कपड़े पहनें। इस समय जल में हल्दी मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।

    पंचांग

    सूर्योदय - सुबह 07 बजकर 14 मिनट पर

    सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 36 मिनट पर

    चंद्रोदय- रात 09 बजकर 16 मिनट पर

    चंद्रास्त- शाम 08 बजकर 04 मिनट पर

    शुभ समय

    ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 25 मिनट से 06 बजकर 20 मिनट तक

    विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 09 मिनट से 02 बजकर 50 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 34 मिनट से 06 बजकर 01 मिनट तक

    यह भी पढ़ें: साल 2025 के प्रमुख व्रत-त्योहारों की सूची, नहीं पड़ेगी कैलेंडर देखने की जरूरत

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।