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    Gudi Padwa 2021: कब है गुड़ी पड़वा, जानें किस तरह मनाया जाता है यह त्यौहार

    By Shilpa SrivastavaEdited By:
    Updated: Sat, 03 Apr 2021 10:07 AM (IST)

    Gudi Padwa 2021 हिंदू नव संवत्सरारम्भ के दिन गुड़ी पड़वा मनाया जाता है। यह चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को आता है। इसे वर्ष प्रतिपदा या उगादि भी कहा जाता है। हिंदू धर्म का इस दिन से ही नववर्ष शुरू होता है।

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    Gudi Padwa 2021: कब है गुड़ी पड़वा, जानें किस तरह मनाया जाता है यह त्यौहार

    Gudi Padwa 2021: हिंदू नव संवत्सरारम्भ के दिन गुड़ी पड़वा मनाया जाता है। यह चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को आता है। इसे वर्ष प्रतिपदा या उगादि भी कहा जाता है। हिंदू धर्म का इस दिन से ही नववर्ष शुरू होता है। गुड़ी के अर्थ की बात करें तो यह विजय पताका होता है। मान्यता है कि शालिवाहन ने मिट्टी के सैनिकों की सेना तैयार की थी और उससे प्रभावी शत्रुओं का पराभव किया था। इसे विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। जहां आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में इस दिन को उगादि तो महाराष्ट्र में इसे ग़ुड़ी पड़वा के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन से चैत्र नवरात्रि भी शुरू हो जाती है। आइए जानते हैं गुड़ी पड़वा की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व।

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    गुड़ी पड़वा तिथि और मुहूर्त:

    गुड़ी पड़वा मंगलवार, अप्रैल 13, 2021

    प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ- अप्रैल 12, 2021 सोमवार, सुबह 8 बजे से

    प्रतिपदा तिथि समाप्त- अप्रैल 13, 2021 मंगलवार सुबह 10 बजकर 16 मिनट तक

    गुड़ी पड़वा महत्व:

    पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन ही ब्रह्मा जी ने ब्रह्मांड का निर्माण किया था। ऐसे में इस दिन भगवान ब्रह्मा की पूजा की जाती है। साथ ही कहा जाता है कि गुड़ी पड़वा के दिन सारी बुराईयों का नाश हो जाता है। वहीं, व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि का आगमन होता है।

    जानें कैसे मनाया जाता है गुड़ी पड़वा:

    महाराष्ट्र में इस दिन कई तरह के जुलूस आयोजित किए जाते हैं। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं। साथ ही मित्रों एवं रिश्तेदारों के साथ त्यौहार का आनंद लेते हैं। कई लोग अपने घरों में अलग-अलग तरह के पारंपरिक व्यंजन जैसे पूरन पोली और श्रीखंड आदि बनाते हैं। महाराष्ट्र में मीठे चावल बनाए जाते हैं। इन्हें सक्कर भात कहा जाता है। इस दिन सूर्योदय से शुरू होकर पूरे दिन अनुष्ठान चलते हैं।

    डिसक्लेमर

    'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '