Gayatri Mantra: रोजाना गायत्री मंत्र का जाप करने से मिलते हैं अनेकों लाभ, जानिए इसके नियम
Gayatri Mantra Benefits गायत्री मंत्र को महामंत्र भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में इसका महत्व सर्वोपरि माना गया है। मान्यता है कि दुनिया की पहली पुस्तक ऋग्वेद की शुरुआत इसी मंत्र से होती है। ब्रह्मा जी ने चार वेदों की रचना करने से पहले इस मंत्र की रचना की थी। आइए जानते हैं गायत्री मंत्र का अर्थ और रोजाना इसका पाठ करने के लाभ।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Gayatri Mantra: गायत्री मंत्र अन्य कई मंत्रों से ज्यादा प्रभावशाली माना गया है। शास्त्रों में भी इस मंत्र में को बहुत शक्तिशाली बताया गया है। इस मंत्र का जाप करने के लिए किसी विशेष समय की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन अगर इसका जाप एक निर्धारित समय और नियम के अनुसार किया जाए तो यह ज्यादा लाभकारी सिद्ध होता है।
गायत्री मंत्र का अर्थ
गायत्री मंत्र:- ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।
अर्थ - उस दुःखनाशक, तेजस्वी, पापनाशक, प्राणस्वरूप, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, देवस्वरूप परमात्मा को हम अंत:करण में धारण करें। हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में परमात्मा प्रेरित करे।
विद्यार्थी के लिए लाभदायक
विद्यार्थी जीवन में गायत्री मंत्र का जाप करने से कई प्रकार के लाभ मिलते हैं। इस मंत्र के जाप करने से मन एकाग्र होता है और ज्ञान में वृद्धि होती है। जो विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें रोजाना गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए।
नकारात्मकता रहती है दूर
इस मंत्र का लगातार जाप किया जाए तो इससे मानसिक शक्ति बढ़ती है और नकारात्मक शक्तियां जपकर्ता से दूर चली जाती हैं। ऐसे में नकारात्मका को दूर रखने के लिए रोजाना गायत्री मंत्र का जाप किया जाना चाहिए।
मिलती है मानसिक शांति
गायत्री मंत्र के जाप से मानसिक शांति मिलती है और जीवन में खुशियों का संचार होता है। इस मंत्र के जाप से मनुष्य ब्रह्मा जी की कृपा पा सकता है। ईश्वर तक पहुंचने और मन की शांति पाने के लिए गायत्री मंत्र का जाप श्रेष्ठ और सरल उपाय माना गया है।
इस समय करें गायत्री मंत्र का जाप
गायत्री मंत्र का जाप करने के लिए तीन समय को असरदार माना जाता है। पहला समय सूर्योदय से थोड़ी देर पहले से शुरू होकर सूर्योदय के थोड़ी देर बाद तक का है। दूसरा समय दोपहर के समय में गायत्री मंत्र का जाप करना है। जबकि तीसरा समय सूर्यास्त से ठीक पहले का है।
हर दिन पूजा में तीन माला गायत्री मंत्र का जाप आवश्यक माना गया है। वहीं, गायत्री मंत्र की 11 मालाओं का जाप करने पर ईश्वर की कृपा हमेशा रहती है। इस मंत्र का जाप करते समय ध्यान रखें कि आपके होठ हिलते रहें लेकिन आवाज इतनी धीमी निकाले कि पास में बैठा व्यक्ति भी न सुन पाए।
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