Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Garuda Purana: महापुराण गरुड़ पुराण से जानिए कि क्या है स्वर्ग प्राप्ति का मार्ग

    By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo Mishra
    Updated: Tue, 27 Dec 2022 05:14 PM (IST)

    Garuda Purana गरुड़ पुराण में जीवन के कई रहस्यों के विषय में बताया गया है। इसमें भगवान भगवान विष्णु ने बताया है कि कैसे कर्मों को करने से व्यक्ति मृत्यु के उपरांत स्वर्ग की प्राप्ति कर सकता है और वह सुखी जीवनयापन कर सकता है।

    Hero Image
    Garuda Purana: जीवन में अपनाएं गरुड़ पुराण का यह ज्ञान, होंगे स्वर्ग के भोगी।

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Garuda Purana: हिन्दू धर्म में गरुड़ पुराण को महापुराण के रूप में जाना है। साथ ही इसे भगवान विष्णु का अंश भी माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु और उनके प्रिय वाहन गरुड़ देव के बीच हुई वार्तालाप का सम्पूर्ण उल्लेख किया गया है। इसमें भगवान विष्णु ने यह बताया है कि मनुष्य को अपने जीवन काल में कैसा रहना चाहिए, दूसरों से कैसा व्यवहार करना चाहिए और जीवन में कैसे कर्म करने चाहिए। मान्यता है कि जो व्यक्ति गरुड़ पुराण में दी गई शिक्षा का पालन करता है, उसे मृत्यु के उपरांत मोक्ष की प्राप्ति होती है और वह अपने जीवन काल में सदैव सफलता प्राप्त करते हैं। आइए जानते हैं कि व्यक्ति को अपने जीवन में किन गुणों का पालन हर समय करना चाहिए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्वर्ग की प्राप्त के लिए करें ये कार्य (Garuda Purana in Hindi)

    • गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जो लोग वासना के अंधकार से दूर रहते हैं और जो पुरुष एक स्त्री को माता, पुत्री व बहन के रूप में देखता है। वही स्वर्ग का भोगी होता है। साथ ही ऐसे ही व्यक्ति को सन्यासी का रूप भी माना जाता है।

  • गरुड़ पुराण में यह भी बताया गया है कि एक व्यक्ति को सदैव अपनी इन्द्रियों पर संयम रखना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि क्रोध, भय व शोक पर विजय प्राप्त कर चुका व्यक्ति, शांत मन एवं चित्त से भगवान की उपासना करता है। अंत में उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है।

  • गरुड़ पुराण में यह भी बताया गया है कि जिस व्यक्ति के कर्मों की प्रशंसा मृत्यु के उपरांत अन्य लोगों द्वारा की जाती है। वह सदैव स्वर्ग के भोगी होते हैं। इसलिए व्यक्ति को अपने जीवनकाल में सदैव ऐसे कर्म ही करने चाहिए। जिनसे उनका नाम सदैव अच्छाई के लिए लिया जाए।

  • महापुराण में यह भी बताया गया है कि जो व्यक्ति दूसरों की भलाई के लिए कुआं, तालाब या प्याऊ का निर्माण कराता है। साथ ही देवी-देवताओं की उपासना के लिए मंदिर के निर्माण में योगदान देता है, उन्हें सदैव मोक्ष की प्राप्ति होती है और वह स्वर्ग में वास करता है।

  • डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।