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    Ganga Dussehra 2023 Date: 29 या 30 मई को मनाई जाएगी गंगा दशहरा? ज्योतिषाचार्य से जानिए सही तिथि

    By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo Mishra
    Updated: Sun, 21 May 2023 04:59 PM (IST)

    Ganga Dussehra 2023 हिंदू धर्म में गंगा दशहरा पर्व का विशेष महत्व है। शास्त्रों में बताया गया है कि गंगा दशहरा गंगा नदी में स्नान करने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं और व्यक्ति के समस्त पापों का नाश होता है।

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    Ganga Dussehra 2023: जानिए कब मनाई जाएगी गंगा दशहरा?

    नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क | Ganga Dussehra 2023 Kab hai: ज्योतिष पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन गंगा दशहरा पर्व मनाया जाता है। इस विशेष दिन पर मां गंगा की विशेष उपासना की जाती है और पवित्र नदी में स्नान किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन मां गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। लेकिन वर्ष 2023 में मनाए जाने वाले गंगा दशहरा पर्व की तिथि को लेकर कुछ उलझने बनी हुई हैं। आइए ज्योतिषाचार्य मनोज थपलियाल से जानते हैं, क्या है गंगा दशहरा की सही तिथि और शुभ मुहूर्त?

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    29 या 30 को गंगा दशहरा 2023?

    ज्योतिषाचार्य मनोज थपलियाल बताते हैं कि वैदिक पंचांग में बताया गया है कि ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 29 मई को रात्रि 11:49 से शुरू होगी और इसका समापन 30 मई को दोपहर 01:07 पर होगा। गंगा दशहरा पर्व के लिए उदया तिथि के अनुसार दिन तय किया जाता है, ऐसे में यह पर्व 30 मई 2023, मंगलवार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन हस्त नक्षत्र का निर्माण हो रहा है, जो सुबह 04:29 से पूर्ण रात्रि तक रहेगा।

    गंगा दशहरा 2023 शुभ योग

    आचार्य थपलियाल बताते हैं कि गंगा दशहरा के दिन सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन सिद्धि योग रात्रि 08:55 तक रहेगा। वहीं रवि योग पूरे दिन रहेगा। इसके साथ गंगा दशहरा के दिन हस्त नक्षत्र का भी निर्माण हो रहा है, जिसे शुभ कार्यों के लिए बहुत ही श्रेष्ठ माना जाता है, जो पूर्ण रात्रि तक रहेगा।

    गंगा दशहरा 2023 महत्त्व

    गंगा नदी को मोक्षदायिनी के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि गंगा नदी में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और जीवन में आ रही कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं। साथ ही व्यक्ति आत्मिक और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में यह भी बताया गया है की गंगा स्नान से न केवल वर्तमान में किए गए पाप धुल जाते हैं, साथ ही पूर्व जन्म में किए गए पापों से भी मुक्ति मिल जाती है।

    डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।