Ganesh Chaturthi Puja 2020: गणेश जी की पूजा करते समय इन धातुओं के बर्तनों का करें इस्तेमाल, होता है शुभ
Ganesh Chaturthi Puja 2020 आज गणेश चतुर्थी है। गणेश भक्त इस दिन गणपति बप्पा की मूर्ति को अपने घर में आदर-सत्कार के साथ स्थापित करते हैं।
Ganesh Chaturthi Puja 2020: आज गणेश चतुर्थी है। गणेश भक्त इस दिन गणपति बप्पा की मूर्ति को अपने घर में आदर-सत्कार के साथ स्थापित करते हैं। शास्त्रों के अनुसार, श्रीगणेश की प्रतिमा की 1, 2, 3, 5, 7, 10 दिनों आदि तक घरों में रखा जाता है। उसके बाद पूरे विधि-विधान के साथ उनका विसर्जन किया जाता है। इस दिन गणेश जी का विशेष पूजन करते समय लोटा, कलश, पूजा की थाली, कटोरी, दीपक आदि बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है। इन बर्तनों की धातु के संबंध में कुछ बातों का ख्याल रखने की आवश्यकता है। क्या आप ये जानते हैं कि इन बर्तनों को किस धातु में इस्तेमाल किया जाना चाहिए या ये किस धातु में शुभ माने जाते हैं। शास्त्रों में इसके नियम बताए गए हैं। तो चलिए उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा से जानते हैं कि गणेश जी के पूजन के लिए कौन-सी धातु शुभ मानी जाती है।
शुभ होते हैं सोने, चांदी, तांबे के बर्तन:
गणेश जी के पूजन में इस्तेमाल किए जाने वाले सोने, चांदी, पीतल और तांबे के बर्तन अगर इस्तेमाल किए जाएं तो बेहतर होता है। आप अपनी सामर्थ्य के अनुसार इनमें से किसी भी धातु के बर्तन को इस्तेमाल कर सकते हैं। जब पूजन के दौरान इन धातुओं के बर्तनों को रखा जाता है तो इन धातुओं का तत्व जल में उतर जाता है। अगर हम इस जल का सेवन करते हैं तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। आयुर्वेद की मानें तो कई बीमारियों में स्वर्ण भस्म, रजत भस्म का इस्तेमाल कर बनाई गई दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में इन धातुओं से बने बर्तन में रखा जल पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
इन धातुओं का न करें इस्तेमाल:
गणेश जी के पूजन के दौरान लोहे, स्टील और एल्युमिनियम के बर्तनों का इस्तेमाल न करें। लोहे और एल्युमिनियम में रखा जल पीना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक नहीं होता है। यही कारण है कि कई घरों में इन धातुओं के बर्तनों का इस्तेमाल ही नहीं किया जाता है।
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