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    Ganesh Chaturthi 2020: 10 दिन तक गणपति जी को चढ़ाएं अलग-अलग प्रसाद, जानें उनके 10 प्रिय भोग

    By Shilpa SrivastavaEdited By:
    Updated: Sat, 22 Aug 2020 02:41 PM (IST)

    Ganesh Chaturthi 2020 आज गणेश चतुर्थी है। आज के दिन गणेश जी का जन्म हुआ था। इस दिन से लेकर दस दिन तक गणेश भक्त उनकी विशेष पूजा करते हैं।

    Ganesh Chaturthi 2020: 10 दिन तक गणपति जी को चढ़ाएं अलग-अलग प्रसाद, जानें उनके 10 प्रिय भोग

    Ganesh Chaturthi 2020: आज गणेश चतुर्थी है। आज के दिन गणेश जी का जन्म हुआ था। इस दिन से लेकर दस दिन तक गणेश भक्त उनकी विशेष पूजा करते हैं। साथ ही अनंत चतुर्दशी के दिन उनका विर्सजन किया जाता है। कहा जाता है कि गणपति जी को दस दिन तक अलग-अलग भोग अर्पित करने चाहिए। इससे परिवार पर कृपा बरसती रहती है। यहां हम आपको गणपति जी के 10 प्रिय भोग के बारे में बता रहे हैं जो आप उन्हें अर्पित कर सकते हैं।

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    ये हैं गणेश जी के 10 प्रिय भोग:

    मोदक: यह गणेश जी का प्रिय भोग है। यह पहले दिन आप गणपति जी को मोदक का भोग लगाएं। नारियल और गुड़ का मोदक उन्हें सर्वप्रिय है।

    मोतीचूर के लड्डू: ये लड्डू गणपति जी के साथ-साथ उनके वाहन मूषकराज को भी बहुत पसंद है। शुद्ध घी से बने बेसन के लड्डू को गणपति जी को दूसरे दिन अर्पित करें।

    नारियल चावल: तीसरे दिन गणपति जी को नारियल वाले चावल अर्पित करें। यह भी उन्हें बेहद पसंद है। नारियल के दूध में चावल को पकाकर भोग लगाएं।

    पूरण पोली: चौथे दिन भगवान को भोग लगाने के लिए पूरण पोली अच्छी है। यह गणपति जी का प्रसाद भी है। इसे गणेश जी के समक्ष अर्पित करें।

    श्रीखंड: गणेश जी के पूजन में श्रीखंड सबसे प्रिय भोग माना जाता है। आप चाहें तो श्रीखंड के अलावा पंचामृत या पंजरी का भी भोग भी लगा सकते हैं। यह भोग पांचवें दिन लगाएं।

    केले का शीरा: छठे दिन भगवान को पके हुए केले का शीरा भोग लगाए। इसे मैश कर सूजी और चीनी में मिलाएं। यह गणपति जी को बेहद पंसद है।

    रवा पोंगल: सातवें दिन गणपति जी को रवा पोंगल का भोग लगाए। इसे रवा यानी सूजी और मूंग की दाल को पीस कर बनाया जाता है। इसमें घी और ढेर सारे मेवे भी डाले जाते हैं।

    पयसम: आठवें दिन इसे गणपति जी को भोग लगाएं। यह खीर का ही एक प्रकार है। यह भोग गणेश जी को बहुत पसंद है।

    शुद्ध घी और गुड़: नौंवे दिन गणपति जी को शुद्ध घी में पका हुआ गुड़ भोग लगाएं। ये उन्हें बेहद पसंद है। इसमें छुआरे और नारियल भी मिलाया जा सकता है।

    छप्पन भोग: दसवें दिन गणेश जी के सभी पसंदीदा भोग बनाएं। इसका नाम छप्पन भोग इसलिए है क्योंकि इनकी संख्या 56 होती है। इन 56 भोगों में आप कोई भी भोग बना सकते हैं।