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    Eid Milad Un Nabi 2023: भारत में कब मनाई जाएगी ईद-मिलाद-उन-नबी? जानें इसका महत्व

    By Suman SainiEdited By: Suman Saini
    Updated: Wed, 27 Sep 2023 10:16 AM (IST)

    Eid Milad Un Nabi 2023 Date इस्लाम धर्म के अनुयायी खासकर सूफी या बरेलवी विचारधारा से जुड़े मुसलमानों के लिए ईद मिलाद-उन-नबी एक विशेष महत्व रखती है। इस ...और पढ़ें

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    Eid Milad Un Nabi 2023 भारत कब मनाई जाएगी ईद-मिलाद-उन-नबी?

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Eid Milad Un Nabi 2023: इस्लाम में मिलाद-उन-नबी का विशेष महत्व है। इस्लाम धर्म में इस दिन को पैगम्बर मुहम्मद के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। मिलाद-उन-नबी को ईद-ए-मिलाद के नाम से भी जाना जाता है। यह उत्सव इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने यानी रबी-अल-अव्वल के 12वें दिन मनाया जाता है।

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    क्या है महत्व

    ईद-ए-मिलाद का यह जन्म उत्सव मुहम्मद पैगम्बर के जीवन और उनके द्वारा दी गई शिक्षाओं को याद दिलाता है। हालांकि मुहम्मद का जन्मदिन एक खुशहाल अवसर है, लेकिन मिलाद-उन-नबी शोक के दिन के तौर पर भी मनाया जाता है। जिसका कारण यह है कि रबी-उल-अव्वल के 12वें दिन ही पैगम्बर मुहम्मद की मृत्यु भी हुई थी। इस्लाम धर्म अनुयायियों के लिए ईद-मिलाद-उन-नबी एक प्रमुख त्योहार है।

    इस दिन मनाई जाएगी ईद

    ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, इस साल रबी उल अव्वल का चांद 16 सितंबर को देखा गया था, इसलिए भारत में रबी उल अव्वल का पहला दिन 17 सितंबर था। भारत में इस साल, मिलाद-उन-नबी 27 सितंबर की शाम को शुरू होगा और 28 सितंबर की शाम को समाप्त होगा। ऐसे में भारत में ईद-ए-मिलाद 28 सितंबर, गुरुवार के दिन मनाई जाएगी।

    इस तरह मनाया जाता है यह पर्व

    इस दिन मुहम्मद पैगंबर द्वारा दी गई शिक्षाओं को याद किया जाता है। साथ ही इस्लाम के पवित्र ग्रंथ कुरान की तिलावत की जाती है। इस्लामिक लोग पैगम्बर मुहम्मद के एक प्रतीक को शीशे के ताबूत में रखकर जुलूस निकालते हैं और हजरत मुहम्मद के जीवन का बखान करते हुए शांति संदेश देते हैं। इस दिन मिठाईयां और पकवान बांटे जाते हैं।

    साथ ही इस दिन शहद बांटने का भी विशेष महत्व है, क्योंकि यह माना जाता है कि मोहम्मद पैगंबर को शहद बहुत पसंद था। इस दिन विशेष रूप से मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ा जाती है। साथ ही यह भी माना जाता है कि जो भी अनुयायी इस दिन सारे नियमों का पालन करता है अल्लाह उसके और भी करीब आ जाता है।

    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'