Chanting Of Om: ॐ मंत्र जाप के आसान तरीके, जाने क्या है इसका महत्व और कैसे मिलता है मोक्ष
Chanting Of Om ओम शब्द के उच्चारण से कई शारीरिक मानसिक और आत्मिक लाभ मिलते हैं। ॐ का उच्चारण अत्यंत प्रभावशाली और चमत्कारिक लाभ पहुंचाने वाला माना गया है। लेकिन कई लोग मंत्र बोलते वक्त इस शब्द का सही से उच्चारण नहीं करते जिससे इसका सही लाभ नहीं मिल पाता।

नई दिल्ली। Chanting Of Om: वेद-शास्त्रों में भी ओम की महिमा का उल्लेख है। ऐसा माना जाता है कि दुनिया का कोई भी मंत्र बिना ओइम के अधूरा है। सारा संसार ओम शब्द के भीतर समाया हुआ है। ओम यानी ॐ शब्द के बिना ना तो कोई मंत्र पूरा होता है और ना ही कोई पूजा सफल मानी जाती है। ओइम' शब्द तीन अक्षरों से मिलकर बना है। यह अक्षर है अ, उ और म। तीन अक्षरों से मिलकर बना है-अ, ऊ और म। ब्रह्मा, विष्णु और महेश इन तीनो का, यह संयुक्त स्वरूप है। ॐ शब्द में ही सृजन (creation), पालन(observance) और संहार(destruction) तीनों शामिल हैं।
इसमें अ का अर्थ है उत्पन्न करना, उ का मतलब है उठाना और म का अर्थ है मौन हो जाना यानी कि ब्रह्मलीन हो जाना। इसलिए आप जब भी ॐ का उच्चारण करें तो इन तीन अक्षरों को ध्यान में रख कर करें। ऐसा माना जाता है कि सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड से हमेशा ॐ की ध्वनि निकलती है। ॐ के उच्चारण से ही शरीर के अलग अलग भागों मे कंपन शुरू हो जाती है जैसे की ‘अ’शरीर के निचले हिस्से में (पेट के करीब) कंपन करता है।
‘उ’ शरीर के मध्य भाग में कंपन होती है जो की (छाती के करीब)। ‘म’ से शरीर के ऊपरी भाग में यानी (मस्तिक) कंपन होती है। हिंदू धर्म के अनुसार अगर आप नियमित इस शब्द का उच्चारण करेंगे तो आपको ब्रह्मांड की शक्तियां प्राप्त हो जाएंगी।
सिर्फ इतना ही नहीं ओम शब्द के उच्चारण से कई शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक लाभ मिलते हैं। ॐ का उच्चारण अत्यंत प्रभावशाली और चमत्कारिक लाभ पहुंचाने वाला माना गया है। लेकिन कई लोग मंत्र बोलते वक्त इस शब्द का सही से उच्चारण नहीं करते जिससे इसका सही लाभ नहीं मिल पाता। ऐसा भी माना जाता है कि ओम शब्द से हर मंत्र की भरपाई हो जाती है।
ओइम के जाप से मिलता है फायदा
नियमित तौर पर ॐ का उच्चारण व जाप करने से तनाव और अनिद्रा जैसी समस्याओं से भी मुक्ति प्राप्त की जा सकती है।
ऐसा माना जाता है कि नियमित रूप से ॐ का जाप करने से एकाग्रता और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।
नियमित तौर पर ॐ का उच्चारण व जाप करने से तनाव और अनिद्रा जैसी समस्याओं से भी मुक्ति प्राप्त की जा सकती है।
जब हम ओइम का उच्चारण करते हैं तो पूरे शरीर में कंपन सा होता है, जिससे आपके पूरे शरीर को लाभ पहुंचता है।
ओइम का उच्चारण करने से पेट व रक्तचाप से संबंधित समस्याओं में भी लाभ मिलता है।
ओइम का उच्चारण और जाप करने से आसपास के वातावरण में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
सही तरीके से ध्यान लगाकर ॐ का जाप किया जाए, तो इससे आपको सकारात्मकता, शांति और ऊर्जा की प्राप्ति होती है।
ओइम का उच्चारण करने मात्र से ही शारीरिक और मानसिक रूप से शांति प्राप्त होती है।
ओइम का उच्चारण और जाप करने से आसपास के वातावरण में भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
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