Shaniwar Ke Upay: करना चाहते हैं न्याय के देवता शनिदेव को प्रसन्न, तो शनिवार के दिन करें ये आसान उपाय
Shaniwar Ke Upay अगर आप शनिदेव का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो शनिवार के दिन पीपल पेड़ की पूजा अवश्य करें। पीपल के पेड़ में देवी-देवताओं और पितरों का वास होता है। अतः पीपल पेड़ की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा से साधक को सभी प्रकार के सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है। साथ ही आय और सौभाग्य में अपार वृद्धि होती है।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Shaniwar Ke Upay: शनिवार का दिन न्याय के देवता शनि देव को समर्पित होता है। इस दिन शनि देव की विशेष पूजा-उपासना की जाती है। कई साधक मनोकामना पूर्ति हेतु शनिवार का व्रत भी करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि शनिवार के दिन विधि पूर्वक शनिदेव की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। अगर आप भी शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन ये उपाय अवश्य करें। इन उपायों को करने से शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए, उपाय जानते हैं-
शनिवार के दिन करें ये उपाय
- अगर आप शनिदेव का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन पीपल पेड़ की पूजा अवश्य करें। पीपल के पेड़ में देवी-देवताओं और पितरों का वास होता है। अतः पीपल पेड़ की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। उनकी कृपा से साधक को सभी प्रकार के सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है। इसके लिए हर शनिवार को सूर्योदय के पश्चात स्नान-ध्यान कर पीपल के पेड़ की विधिवत पूजा करें। पीपल के जड़ में जल का अर्घ्य दें और तिल के तेल का दीपक जलाकर आरती करें। अंत में परिक्रमा कर सुख, शांति, समृद्धि और धन वृद्धि की कामना करें।
- अगर आप हर बाधा से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा अवश्य करें। साथ ही कुंडली में मौजूद शनि दोष भी समाप्त होता है। अतः शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें। साथ ही हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें।
- अगर आप शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो शनिवार के दिन सरसों का तेल, काला छाता, उड़द की दाल, काला तिल, काला कंबल आदि चीजों का दान करें। ऐसा करने से शनि देव की कृपा-दृष्टि बरसती है।
- अगर आप शनि की ढैय्या या साढ़े साती से पीड़ित हैं, तो शनिवार के दिन पूजा के समय शनि कवच का पाठ और शनि मंत्र का जाप करें। इससे कुंडली में मौजूद शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
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